आईपीएल को लेकर चल रही खींचतान के मामले पर ललित मोदी ने कहा है कि देश सबसे पहले आता है. उन्होंने कहा कि हम सरकार से कोई झगड़ा नहीं कर रहे हैं. सरकार ने आईपीएल के कार्यक्रम में बदलाव करने को कहा था और वो हमने किया.
ललित मोदी ने ये बाते आज तक के विशेष कार्यक्रम 'सीधी बात' में इंडिया टुडे के संपादकीय निदेशक प्रभु चावला से कहीं. यह पूछे जाने पर कि गृह मंत्री ने उनसे मिलने से मना कर दिया, मोदी ने कहा कि ये केवल अफवाह है. उन्होंने कहा कि वो गृह मंत्री से मिलने दिल्ली आए ही नहीं हैं. वो तो अपने दोस्त की शादी में शामिल होने यहां आए हुए हैं.
आईपीएल और लोकसभा चुनावों की तारीखों के टकराव के बारे में उन्होंने कहा कि उन्होंने चुनाव के बारे में सोचा नहीं था. उन्होंने कहा कि आईपीएल के लॉन्च के समय ही यह तय हो गया था कि ये हर साल अप्रैल और मई के महीने में होंगे क्योंकि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद से इसके लिए बहुत पहले मंजूरी लेनी पड़ती है. मोदी में यह भी कहा कि चुनाव दिन में होते हैं जबकि आईपीएल के मैच रात में, इसलिए इसमें कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए.
जब उनसे पूछा गया कि लाहौर में श्रीलंकाई क्रिकेट खिलाडि़यों पर हुए आतंकी हमले के के बाद से क्रिकेट भी आतंकियों के निशाने पर है और खतरा बढ़ा है तो उन्होंने कहा कि सरकार के साथ बात कर पूरी सुरक्षा मुहैया कराई जाएगी. उन्होंने कहा कि मीडिया आईपीएल के बारे में लोगों को गलत जानकारी दे रहा है और इसे मुद्दा बना दिया है. इस पर राजनीति नहीं होनी चाहिए.
मोदी ने कहा कि क्रिकेट राजनीति से हटकर होना चाहिए. उन्होंने बताया कि आईपीएल में 80 विदेशी खिलाड़ी शामिल हैं और किसी ने भी सुरक्षा को लेकर आईपीएल में खेलने से मना नहीं किया है. यह पूछे जाने पर कि आईपीएल-2 में नया क्या है, मोदी ने कहा कि जो चीज अच्छी है उसे बदलने की जरूरत क्या है. जब उनसे यह पूछा गया कि आईपीएल के लिए खेल के मैदान क्यों बढ़ाए गए हैं, उन्होंने कहा कि ज्यादा से ज्यादा लोग क्रिकेट का आनंद ले सकें इसलिए ऐसा किया गया है.