झारखंड के नये मुख्यमंत्री के चयन के लिए केन्द्रीय पर्यवेक्षक के रूप में रांची आये भाजपा के पूर्व अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने बुधवार को कहा कि झारखंड में नयी सरकार का गठन शीघ्र हो जायेगा जिससे यहां राजनीतिक अनिश्चितता का दौर खत्म हो सकेगा.
भाजपा संसदीय बोर्ड के सोमवार के निर्णय के अनुरूप भाजपा विधायकों एवं नेताओं से भाजपा नेतृत्व में बनने वाली नयी सरकार के लिए मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के चयन के लिए केन्द्रीय पर्यवेक्षक के रूप में रायशुमारी करने पहुंचे वरिष्ठ भाजपा नेता राजनाथ सिंह ने कहा कि राज्य में बहुत शीघ्र नयी सरकार का गठन हो जायेगा.
वरिष्ठ भाजपा नेता अनंत कुमार के साथ बुधवार सुबह दिल्ली रवानगी के दौरान मीडिया से बातचीत में राजनाथ सिंह ने यह बातें कहीं. उन्होंने कहा 'भाजपा राज्य के नये मुख्यमंत्री के बारे में फैसला शीघ्र कर यहां सरकार को स्थायित्व प्रदान करेगी.' इससे पूर्व भाजपा के दोनों नेताओं ने मंगलवार रात अपने होटल कक्ष में झारखंड मुक्ति मोर्चा के विधायक दल के नेता तथा मुख्यमंत्री के पुत्र हेमंत सोरेन तथा कुछ अन्य झामुमो नेताओं से मुलाकात की.
हेमंत ने अपनी मुलाकात में भाजपा नेताओं से राज्य में शीघ्र सरकार गठन का अनुरोध किया. साथ ही झामुमो नेताओं ने राज्य की सत्ता में आधे आधे समय की दावेदारी दोहरायी और भाजपा नेताओं से इस मामले में गंभीरता से विचार करने को कहा. झामुमो नेताओं के अनुसार भाजपा नेताओं ने उनके प्रस्ताव पर गंभीरता से विचार करने का आश्वासन दिया है. {mospagebreak}
इससे पूर्व राजनाथ सिंह और अनंत कुमार ने मंगलवार को तीन घंटे तक प्रदेश भाजपा कार्यालय पर राज्य के सभी 18 भाजपा विधायकों एवं सांसदों से अलग-अलग बातचीत की और राज्य में भाजपा के नेतृत्व में बनने वाली नयी सरकार के मुख्यमंत्री के बारे में उनकी राय जानी. भाजपा की उपाध्यक्ष और झारखंड की प्रभारी करुणा शुक्ला ने विधायकों एवं सांसदों की रायशुमारी के बारे में मीडिया को बताया कि भाजपा नेताओं ने सबकी राय जान ली है और वह बुधवार को दिल्ली में पार्टी अध्यक्ष नितिन गडकरी से मुलाकात कर उन्हें राज्य की स्थिति और विधायकों तथा सांसदों की राय से अवगत करा देंगे.
उन्होंने दावा किया था कि झारखंड में भाजपा के नेतृत्व में सरकार गठन को लेकर झारखंड मुक्ति मोर्चा से भाजपा का कोई विवाद नहीं है और यदि कोई संशय अथवा मतभेद होंगे भी तो उन्हें आपस में बातचीत से आसानी से निपटा लिया जायेगा. यह पूछे जाने पर कि झामुमो ने राज्य में सत्ता में आधे आधे समय की भागीदारी की जो शर्त रखी है उसके बारे में पार्टी का क्या मत है शुक्ला ने कहा कि राज्य में भाजपा के नेतृत्व में सरकार पूरे साढ़े चार वर्ष के लिए बनेगी अथवा झामुमो और भाजपा की सरकारे 28-28 माह के लिए बनेंगी इस संबन्ध में भ्रम मीडिया में है भाजपा में नहीं है.
यह पूछे जाने पर कि आखिर झारखंड में स्थिर सरकार देने का वादा करने वाली भाजपा नयी सरकार के गठन में इतना विलंब क्यों कर रही है शुक्ला ने कहा कि यह सब खंडित जनादेश के कारण हो रहा है और इसके लिए राज्य की जनता ही जिम्मेदार है. उन्होंने कहा कि भाजपा राज्य में स्थिर सरकार बनाने और यहां की जनता को राष्ट्रपति शासन से बचाने के लिए ही सरकार का गठन पूरी तरह से विचार विमर्श के बाद ही करना चाहती है.