महिला अपराध के लिए महिलाओं के कपड़ों को निशाना बनाने वालों में अब महिला संगठनों का नाम भी शुमार हो गया है. मुंबई में महिलाओं के एक संगठन इंद्रायणी महिला मंडल ने अजीबो गरीब फरमान जारी कर दिया है. महिला मंडल ने नवीं मुंबई के गोठीवली गांव में महिलाओं के नाइटी या मैक्सी पहनकर घर से निकलने पर रोक लगा दी है. यही नहीं, ऐसा करने पर 500 रुपये जुर्माना भी तय कर दिया गया है.
महिला मंडल का तर्क है कि यह रेप और महिलाओं पर यौन हमले रोकने के मकसद से किया गया है. साथ ही इससे महिलाओं के प्रति होने वाले अत्याचारों के मामलों में कमी आएगी. अंग्रेजी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक, संगठन की एक सदस्य लक्ष्मी पाटिल कहती हैं, 'घर से बाहर ऐसे कपड़े पहनने से ही महिलाओं के प्रति अपराधों में बढ़ोतरी हुई है. गांव की महिलाएं अब मैक्सी पहनने लगी हैं जो कि गलत है. पहले वे साड़ी पहनती थीं, लेकिन मैक्सी का फैशन आने के बाद से यह फैशन जंगल में आग की तरह फैल रहा है.'
महिला संगठन ने रविवार को बैठक कर गांव में एक नोटिस बोर्ड भी लगा दिया था. इसमें लिखा गया था, 'गोठवली गांव की सभी महिलाओं को सूचित किया जाता है कि अगर किसी को भी अपने घर के अलावा या सड़क पर मैक्सी पहन कर चलते हुए देखा गया तो उस पर 500 रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा.' हालांकि गांव की ही कई महिलाओं के विरोध के बाद पुलिस को इस मामले में हस्तक्षेप करना पड़ा.
सीनियर पुलिस इंस्पेक्टर एस जॉर्ज कहते है, 'किसी भी ग्राम पंचायत या महिला संगठन को ऐसे नियम बनाने और जुर्माना लगाने का कोई अधिकार नहीं है. हमने इंद्रायणी महिला मंडल के सदस्यों के साथ बैठक की है और उन्हें ऐसा कोई भी कदम नहीं उठाने को कहा है. इसके अलावा नोटिस बोर्ड भी हटा दिया गया है.'