जम्मू-कश्मीर सरकार ने हुर्रियत कांफ्रेंस के उदारवादी धड़े के अध्यक्ष मीरवाईज उमर फारूक पर आरोप लगाया कि प्रशासन को दिए गये इस आश्वासन पर उनके निकट सहयोगी कायम नहीं रहे कि लाल चौक तक प्रस्तावित मार्च शांतिपूर्ण होगा.
उच्च पदस्थ सूत्रों ने कहा कि मीरवाईज के निकट सहयोगी शाहिद उल इस्लाम ने मुख्यमंत्री कार्यालय में एक वरिष्ठ अधिकारी को फोन किया और लाल चौक तक मार्च की अनुमति मांगी.
आतंकवादी संगठन हिज्बुल्ला के पूर्व प्रमुख इस्लाम ने अधिकारियों को आश्वासन दिया कि उसके कार्यकर्ता शांतिपूर्ण तरीके से लाल चौक पर इकट्ठा होंगे.
सूत्रों ने कहा कि मीरवाईज के सहयोगी ने बताया कि यह मार्च उनके लिए राजनीतिक रूप से आवश्यक है क्योंकि घाटी में अलगाववादियों का स्थान काफी तेज से घट रहा है.
सूत्रों ने कहा कि इस्लाम के अनुरोध पर मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने सुरक्षा एजेंसियों एवं नेताओं की सलाह को दरकिनार करते हुए लाल चौक तक मार्च को अनुमति दे दी.
बहरहाल लाल चौक पर भीड़ जैसे ही उग्र होने लगी, मीरवाईज एवं उनके सहयोगी वहां से गायब हो गए.