कथित तौर पर बाघ के पिंजरे में घुसकर वन्यप्राणी अधिनियम का उल्लंघन करने वाले महाराष्ट्र के कृषि मंत्री बालासाहेब थोराट ने अपने कृत्य को गलत कहते हुए माफी मांग ली है.
चिडि़याघर के नियमों को तोड़ा
सूत्रों ने बताया कि थोराट ने केंद्रीय पर्यावरण मंत्री जयराम रमेश से फोन पर बात कर उन्हें घटना की जानकारी दी और माना जा रहा है कि उन्होंने अपनी ‘गलती’ मान ली. थोराट के इस कदम से वन्यप्राणी संरक्षकों के बीच खलबली मच गई थी. उनका कहना था कि थोराट ने ऐसा करके वन्यप्राणी संरक्षण अधिनियम और चिड़ियाघर के नियमों का उल्लंघन किया है.
अधिकारियों ने मंत्री को दी क्लीनचिट
दूसरी ओर चिड़ियाघर के अधिकारियों ने मंत्री को क्लीन चिट दे दी थी. चिड़ियाघर का कहना था कि ‘पिंजरे में घुस कर उन्होंने कुछ गलत नहीं किया.’ घटना से हक्के-बक्के मंत्रालय ने मामले में चिड़ियाघर प्राधिकरण से रिपोर्ट मांगी थी. थोराट अन्य स्थानीय कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ बाघ के पिंजरे में घुस गए थे. पिंजरे में बाघ के तीन बच्चे थे. नियमानुसार सिर्फ अधिकृत और प्रशिक्षित कर्मचारी ही पिंजरे के अंदर घुस सकते हैं.