भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष नितिन गडकरी ने सरकार पर महंगाई और गरीबी रोकने में असफल रहने का आरोप लगाते हुए शुक्रवार को कहा कि अर्थशास्त्री प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह अर्थशास्त्र में फेल हो गये हैं. गडकरी ने शहर दशहरा मैदान पर भाजपा कार्यकर्ताओं के खुले अधिवेशन में कहा, ‘देश में आसमान छूती महंगाई से आम आदमी का जीना मुहाल है और गरीबों की तादाद में 12 फीसदी का इजाफा हुआ है.’
उन्होंने आरोप लगाया, ‘महंगाई और गरीबी पर नियंत्रण के मामले में सरकार की आर्थिक नीतियां सरासर गलत साबित हुईं और अर्थशास्त्री प्रधानमंत्री अर्थशास्त्र में फेल हो गये हैं.’ गडकरी ने कहा कि सरकार ने हाल ही में यूरिया का खुदरा मूल्य 10 प्रतिशत बढ़ा दिया. वह पेट्रोल और डीजल के दाम भी बढ़ाना चाहती है, ‘लेकिन इसकी घोषणा करने की हिम्मत नहीं कर पा रही है.’
उन्होंने कांग्रेस के चर्चित नारे ‘गरीबी हटाओ’ पर सवाल उठाते हुए कहा कि देश में कांग्रेस के राज में महज पार्टी नेताओं की गरीबी घटी है और वह मालामाल होते चले गये. भाजपा अध्यक्ष ने खाद्य वस्तुओं के वायदा कारोबार को महंगाई बढ़ने के कारणों में शुमार किया और कहा कि इससे किसानों की बजाय बहुराष्ट्रीय कंपनियों, कमोडिटी एक्सचेंजों और सटोरियों ने चांदी काटी. गडकरी ने सवाल किया, ‘जब महंगाई का यह महाघोटाला हो रहा था, तब सरकार चुपचाप तमाशा क्यों देख रही थी.’