भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने अपनी टीम के अगले साल कम टेस्ट मैच खेलने पर चिंता जताते हुए कहा कि टेस्ट और एकदिवसीय मैचों की कम से कम एक ऐसी संख्या तय कर देनी चाहिए जो किसी भी देश के लिये खेलने अनिवार्य हों.
धोनी ने अपनी वेबसाइट जारी करने के बाद कहा, ‘‘ अभी प्रत्येक देश अलग अलग संख्या में टेस्ट या वन डे खेलता है. किसी टीम को अधिक टेस्ट खेलने को मिल जाते हैं तो किसी को कम. मुझे लगता है कि एक न्यूनतम संख्या तय कर देनी चाहिए कि प्रत्येक देश कम से कम इतने टेस्ट या वन डे जरूर खेले.
बीसीसीआई और ईसीबी जैसे बोर्ड यदि अधिक मैच खेलने की बात करते हैं तो उसका स्वागत है. ’’ भारत को अगले साल केवल चार टेस्ट मैच खेलने हैं और ऐसे में उसकी नंबर एक टेस्ट रैंकिंग खतरे में बनी रहेगी लेकिन धोनी ने कहा कि उनकी टीम के लिये रैंकिंग अधिक महत्वपूर्ण नहीं है.
उन्होंने कहा, ‘‘ हम रैंकिंग पर ध्यान नहीं देते. अगर हम अच्छा खेलते हैं तो रैंकिंग में खुद ब खुद सुधार होगा. हमें अपनी क्रिकेट पर ध्यान देना है. जल्द ही हम बांग्लादेश दौरे पर जा रहे हैं और हमारे लिये महत्वपूर्ण यह है कि हम उस पर ध्यान केंद्रित करें.’’
धोनी ने कहा, ‘‘ सबसे महत्वपूर्ण है अपने खेल का लुत्फ उठाना और मैदान पर अपनी तरफ से सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना. रैंकिंग इसका महज एक हिस्सा है और नंबर एक बने रहने के लिये निश्चित तौर पर हमें लगातार अच्छा प्रदर्शन करना होगा.