महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के गुरुवार को आए नतीजों के बाद महाराष्ट्र कांग्रेस ने शुक्रवार को संकेत दिया कि वह शिवसेना के नेतृत्व वाली सरकार को समर्थन दे सकती है. इससे एक दिन पहले इसी प्रकार का प्रस्ताव एनसीपी के वरिष्ठ नेता व पूर्व उप मुख्यमंत्री छगन भुजबल और कांग्रेस के वरिष्ठ सांसद हुसैन दलवी ने दिया था. ऐसा प्रस्ताव शिवसेना के सहयोगी व सत्तारूढ़ बीजेपी को सत्ता से दूर रखने के लिए आया है.
राज्य कांग्रेस के अध्यक्ष बालासाहेब थोराट ने शुक्रवार को कहा कि हम से इस पर अब तक शिवसेना से कोई बातचीत नहीं हुई है. हालांकि, अगर ऐसा होता है तो हम इस मामले को निर्णय के लिए पार्टी आलाकमान के समक्ष रखेंगे.
Balasaheb Thorat, President of Maharashtra Congress Committee: We have not received any proposal from Shiv Sena yet. But if anything comes from them, we will get in touch with the party high command in Delhi and see what can be worked out. #MaharashtraAssemblyPolls pic.twitter.com/tu71NSK01n
— ANI (@ANI) October 25, 2019
कांग्रेस, एनसीपी इसके दूसरे सहयोगियों ने 288 सदस्यीय महाराष्ट्र विधानसभा में 117 सीट हासिल किया है. बीजेपी-शिवसेना ने संयुक्त रूप से 161 सीटें हासिल की हैं.
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने गुरुवार को स्पष्ट तौर पर इस तरह की अटकलों को खारिज कर दिया था और कहा कि अगली सरकार बीजेपी और उसके सहयोगी बनाएंगे.
बता दें कि गुरुवार को आए महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजों में बीजेपी को 105, शिवसेना को 56, एनसीपी को 54 और कांग्रेस को 44 सीटें हासिल हुई हैं.