लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने शुक्रवार को कर्नाटक विधानसभा में चल रहे घटनाक्रम को लेकर उनके पोडियम के पास विरोध प्रदर्शन कर रहे विपक्षी सांसदों को किसी भी संसदीय कर्मचारी को नहीं छूने की चेतावनी दी. लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि मेरे कर्मचारियों को न छुएं.
दरअसल प्रश्नकाल के दौरान कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस और डीएमके सहित विपक्षी सदस्य भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर कर्नाटक सरकार को अस्थिर करने का आरोप लगाते हुए उनके मंच के पास पहुंच गए थे. जिसके बाद लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला नाराज हो गए.
कर्नाटक में बीते दो हफ्ते से जारी राजनीतिक घमासान अब अपने अंजाम तक पहुंचता दिखाई दे रहा है. बुधवार को सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में अपना फैसला सुनाया और बागी विधायकों के इस्तीफे पर निर्णय लेने के लिए विधानसभा स्पीकर रमेश कुमार को खुली छूट दे दी. हालांकि, अपने इस फैसले के साथ कोर्ट ने यह भी कह दिया कि फ्लोर टेस्ट में शामिल होने के लिए इस्तीफा दे चुके विधायकों को बाध्य नहीं किया जा सकता.
ऐसे में अब मामला काफी पेचीदा हो गया है और चर्चा फिर ये होने लगी है कि क्या कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन की एचडी कुमारस्वामी सरकार बच पाएगी या नहीं. सुप्रीम कोर्ट ने गेंद स्पीकर के पाले में डाल दी है, ऐसे में न तो विधायकों के इस्तीफे पर फैसला हो पाया और ना ही अयोग्यता पर. ऐसे में ये खेल पूरी तरह से फ्लोर टेस्ट पर निर्भर हो गया है. फिलहाल कर्नाटक के स्पीकर रमेश कुमार ने सोमवार तक के लिए स्थगित कर दिया है. कर्नाटक में सियासी उथल-पुथल फिलहाल सोमवार तक टल गई है.