शीर्ष माओवादी नेता किशनजी के निकट सहयोगी और झारखंड के सांसद सुनील महतो की हत्या के मामले में मुख्य अभियुक्त को शुक्रवार को पश्चिमी मिदनापुर जिले के एक जंगल से गिरफ्तार किया गया.
गुप्त सूचना के आधार पर विशेष कार्य बल और स्थानीय पुलिस की संयुक्त टीम ने रांजा जंगल में माओवादियों के एक ठिकाने पर छापेमारी की और राजेश मुंडा को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस इसे किशनजी का निकट सहयोगी बताती है.
इसके साथ तीन अन्य लोग राजेश हंसदा, मोंगोल सोरेन और गोपीनाथ मांडी को भी गिरफ्तार किया गया. पुलिस ने कहा कि मुंडा 15 फरवरी को सिल्दा में ईएफआर के शिविर पर हुए हमले का भी संदिग्ध है. इस हमले में 24 जवान मारे गए थे. इसके अलावा गिधनी में ईएफआर शिविर एवं सांकरेल ईएफआर शिविर पर भी हमले का वह संदिग्ध है.
जमशेदपुर के सांसद सुनील महतो की नक्सलियों ने चार मार्च को जमशेदपुर के नरसिंह गांव में सार्वजनिक तौर पर हत्या कर दी थी. हमले में उनके दो सुरक्षाकर्मी और पार्टी का एक सहयोगी भी मारा गया था. पुलिस ने कहा कि उसके पास से कुछ राइफल, गोलियां और जिलेटिन की छड़ें बरामद की गईं.