बार-बार ट्रांसफर से तंग आकर कर्नाटक की महिला पुलिस अफसर अनुपमा शेनॉय ने नौकरी छोड़ दी थी. इसके बाद उन्होंने राजनीतिक दल खड़ा कर लिया. पूर्व अफसर अनुपमा शेनॉय की पार्टी का नाम है- भारतीय जनशक्ति कांग्रेस (BJC) और यह पार्टी राज्य विधानसभा की 15 सीटों से चुनाव लड़ने जा रही है.
समाचार एजेंसी आईएएनएस के अनुसार, अनुपमा ने जब जून 2016 में नौकरी से इस्तीफा दिया था, तब वह बेल्लारी जिले के कुडलिगी में डीएसपी पद पर तैनात थीं. यह वह इलाका है जहां बड़े पैमाने पर खनन माफिया सक्रिय हैं. ऐसा माना जाता है कि स्थानीय खनन माफिया के खिलाफ कार्रवाई को लेकर ही अनुपमा का ट्रांसफर किया गया. अपने बार-बार ट्रांसफर से तंग आकर ही अनुपमा ने नौकरी छोड़ दी.
शेनॉय ने बताया कि चुनाव आयोग ने उनकी पार्टी के चुनाव चिन्ह 'भिंडी' को मंजूर कर लिया है और पार्टी राज्य में 15 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. शेनॉय ने पिछले साल नवंबर महीने में ही चुनाव लड़ने की घोषणा की थी. उन्होंने कहा कि वह खुद संभवत: उडुपी जिले के कौप विधानसभा से चुनाव लड़ेंगी. उन्होंने बताया कि पार्टी राज्य के सभी जिलों में पदाधिकारियों की नियुक्ति के लिए काम कर रही है.
उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी भारतीय जनशक्ति कांग्रेस सांप्रदायिक सौहार्द, शांति, भ्रष्टाचार दूर करने और भयमुक्त समाज बनाने की दिशा में काम करेगी. पार्टी महिलाओं और टिकाऊ विकास के लिए खासतौर से काम करेगी.
उन्होंने कहा कि दीर्घकालिक रूप से पार्टी का उद्देश्य राज्य में शराबबंदी को लागू करना होगा. गौरतलब है कि राज्य में विधानसभा चुनाव अप्रैल या मई में हो सकते हैं.
उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी राज्य को भ्रष्टाचार से मुक्त करने का प्रयास करेगी और किसी भी भ्रष्ट नेता के लिए पार्टी में कोई जगह नहीं होगी.