जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (JNU) में हिंसा को लेकर केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने बयान दिया है. उन्होंने कहा कि जेएनयू में जो कुछ भी हुआ वह दुर्भाग्यपूर्ण है. उन्होंने बताया कि आज एचआरडी सचिव ने जेएनयू के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की. साथ ही केंद्रीय मंत्री ने कहा कि हम शैक्षिक संस्थान को राजनीतिक अड्डा नहीं बनने देंगे. दोषियों को दंडित किया जाएगा.
Union Minister of Human Resource Development, Dr Ramesh Pokhriyal: Universities are meant for education and should never be made a political base. Action will be taken against those who will be found guilty. Will never let universities become "adda" for politics. #JNUViolence pic.twitter.com/Zrn4Xx1qOW
— ANI (@ANI) January 6, 2020
उन्होंने कहा कि अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. साथ ही कहा कि शैक्षणिक संस्थानों को राजनीतिक अड्डा बनने की अनुमति नहीं दी जा सकती है.
बता दें कि दिल्ली की जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी यानी JNU में रविवार को एक बार फिर हिंसा भड़की. रविवार देर रात को कुछ नकाबपोश हमलावरों ने यहां छात्रों-फैकल्टी मेंबर पर हमला कर दिया, जिसमें दो दर्जन से अधिक छात्र घायल हो गए.
वहीं, JNU हिंसा को लेकर विवाद भी शुरू हो गया है. इस हिंसा के दौरान पुलिस के रवैये पर सवाल खड़े हो रहे हैं और हिंसा को समय से ना रोकने का आरोप लग रहा है. इस बीच दिल्ली पुलिस के वकील ने भी JNU की हिंसा पर की निंदा की है.
पुलिस के एक्शन पर उठ रहे सवाल
दिल्ली पुलिस के वकील राहुल मेहरा ने रविवार को ट्वीट किया और पुलिस के एक्शन पर सवाल किया. उन्होंने लिखा कि दिल्ली पुलिस का वकील होने के नाते मेरा सिर शर्म में झुका जा रहा है, जो वीडियो मेरे सामने आए हैं. उनमें छात्रों को मारा जा रहा है, प्रॉपर्टी को नुकसान पहुंचाय जा रहा है. ऐसे में हमारी दिल्ली पुलिस की फोर्स कहां पर है?
वहीं, जेएनयू में छात्रों पर हुए हमले की जांच के लिए दिल्ली पुलिस ने एक स्पेशल टीम गठित की है. दिल्ली पुलिस कमिश्नर ने इस जांच के आदेश दिए हैं. दिल्ली पुलिस की ज्वाइंट कमिश्नर शालिनी सिंह यह जांच करेंगी. जेएनयू में हुई हिंसा पर गृह मंत्री अमित शाह ने दिल्ली पुलिस कमिश्नर से पूरी जानकारी मांगी है.