राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) की सहयोगी जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) ने नए तीन तलाक बिल का विरोध किया है. जेडीयू नेता केसी त्यागी ने कहा, तीन तलाक बिल पर मौजूदा कानून का प्रारूप मंजूर नहीं है और वो बिल का विरोध करेंगे.
जेडीयू नेता केसी त्यागी ने कहा, हमने अपनी राय लॉ कमीशन को बता दी थी. इस बिल पर सभी दलों से बातचीत करनी चाहिए. त्यागी ने कहा कि हमने पहले भी तीन तलाक बिल का संसद में विरोध किया था और अब भी इस बिल से सहमत नहीं हैं. जेडीयू तीन तलाक के मुद्दे पर राज्यसभा में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेतृत्व वाली बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी एनडीए सरकार का समर्थन नहीं करेगी.
जेडीयू नेताओं का कहा कि तीन तलाक एक सामाजिक मुद्दा है. तीन तलाक के मुद्दे को सामाजिक स्तर पर समाज के द्वारा सुलझाया जाना चाहिए. जेडीयू ने राज्यसभा में तीन तलाक विधेयक के खिलाफ वोट दिया था. बता दें कि सरकार तीन तलाक के खिलाफ संसद में एक विधेयक लाएगी. जिसके जरिए तीन तलाक को दंडनीय अपराध बनाया जाएगा. इसके तहत तीन साल की जेल व जुर्माना होगा. केंद्रीय मंत्रिमंडल ने हाल ही में मुस्लिम महिला (विवाह अधिकार संरक्षण) विधेयक, 2019 को मंजूरी दे दी है. इसे संसद के आगामी सत्र में पेश किया जाएगा.
गौरतलब है कि नीतीश कुमार भी सार्वजनिक तौर पर तीन तलाक बिल का विरोध करते रहे हैं. नीतीश कुमार ने कहा था कि अनुच्छेद 370 को हटाने, समान नागरिक संहिता लागू करने और अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण कराने के मामले को या तो आपसी बातचीत के जरिए सुलझाया जाए या फिर अदालत के आदेश के जरिए सुलझाया जाए.