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SCO में भारत की एंट्री, 21वीं सदी होगा एशिया के नाम, ये 10 फैक्ट्स

भारत और पाकिस्तान 19 साल पहले बने शंघाई सहयोग संगठन (SCO) में आखिर शामिल हो गए. इस संगठन में चीन, रूस के साथ मध्य एशिया और पूर्वी यूरोप के कई देश शमिल हैं

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 शंघाई सहयोग संगठन (SCO) में भारत शामिल
शंघाई सहयोग संगठन (SCO) में भारत शामिल

भारत और पाकिस्तान 19 साल पहले बने शंघाई सहयोग संगठन (SCO) में आखिर शामिल हो गए. इस संगठन में चीन, रूस के साथ मध्य एशिया और पूर्वी यूरोप के कई देश शमिल हैं. भारत अभी तक SCO से पर्यवेक्षक के तौर पर जुड़ा हुआ था. यह मौका है जब किसी पर्यवेक्षक देश को SCO की पूर्ण सदस्यता दी गई.

वहीं कजाकिस्तान के अस्ताना में आयोजित SCO शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि इस संगठन से जुड़ने पर एशिया के साथ भारत का सहयोग मजबूत होगा और वैश्विक मंच पर भारत का प्रभाव बढ़ेगा. उन्होंने फ्यूचर एनर्जी (नवीकरणीय ऊर्जा) के लिए भी SCO को धन्यवाद दिया. भारत के SCO में शामिल होने के मायने...

1. SCO की सदस्याता मिलने के बाद आतंकवाद पर करारा वार किया जा सकेगा, क्योंकि इस संगठन का मुख्य उद्देश्य मध्य एशिया में सुरक्षा चिंताओं के मद्देनज़र सहयोग बढ़ाना है.

2. SCO की सदस्यता के साथ ही भारत का सेंट्रल एशियाई देशों में दखल बढ़ जाएगा और वहां के बाजारों में भारत की एंट्री आसान हो जाएगी.

3. तमाम फायदों के बीच शंघाई सहयोग संगठन की सदस्यता मिलने पर भारत को कुछ नुकसान भी उठाने पड़ सकते हैं. चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (CPEC) के मुद्दे पर चीन और पाकिस्तान एक साथ मिलकर भारत का विरोध कर सकते हैं.

4. SCO में शमिल होने के बाद रूस दुनिया को दरकिनार कर भारत के साथ और मजबूती से खड़ा नजर आएगा.

5. वर्ष 2015 में हुए शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के उफा सम्मेलन में लिए भारत को पूर्ण सदस्य का दर्जा देने का ऐलान हुआ था.

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6. कश्मीर मुद्दे पर SCO मे शामिल होने के बाद चीन उस तरह से पाकिस्तान का समर्थन करने से परहेज करेगा.

7. SCO की शुरुआत 2001 में हुई थी. दरअसल अप्रैल 1996 में शंघाई में हुई एक बैठक में चीन, रूस, कज़ाकिस्तान, किर्गिस्तान और ताजिकिस्तान ने आपसी तनावों को दूर करने के लिए सहयोग करने पर राजी हुए थे. उस समय इसे शंघाई फाइव कहा गया था और आगे चल कर वर्ष 2001 इसे ही शंघाई सहयोग संगठन का रूप दे दिया गया.

8. जून 2001 में चीन, रूस और चार मध्य एशियाई देश कज़ाकिस्तान, किर्गिस्तान, ताज़ाकिस्तान और उज़्बेकिस्तान के नेताओं ने शंघाई सहयोग संगठन शुरू किया और नस्लीय, धार्मिक चरमपंथ से निबटने और व्यापार में निवेश को बढ़ाने के लिए समझौता किया.

9. SCO में शामिल होने पर नवाज शरीफ ने भारत को धन्यवाद कहा.

10. वहीं पीएम नरेंद्र मोदी ने चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग को धन्यवाद दिया.

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