भ्रष्टाचार सहित हर मोर्चे पर यूपीए सरकार के विफल रहने का आरोप लगाते हुए भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने शनिवार को कहा कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह अगर स्वयं ईमानदारी से आत्मनिरीक्षण करें तो उनके पास इस्तीफे के अलावा और कोई विकल्प नहीं है.
राजनाथ सिंह ने कहा, ‘आजादी के बाद से शायद यह पहली सरकार है, जिस पर इतने गंभीर आरोप लगे हैं. भ्रष्टाचार के कारण स्थिति बद से बदतर हो गयी है. कोलगेट, रेलगेट और खेलगेट... प्रश्न सिर्फ एक या दो मंत्रियों का नहीं है. प्रश्न यह है कि पिछले कुछ दिन से जो चल रहा है, वह व्यवस्था पर गंभीर प्रश्न उठाता है.’
उन्होंने कहा, ‘प्रधानमंत्री और सोनिया गांधी (कांग्रेस अध्यक्ष) जवाब दें क्या लोकतंत्र में लोकलाज का कोई महत्व नहीं है? राजनीति में मूल्यों की कोई जगह नहीं है... प्रधानमंत्री आप स्वयं आत्मनिरीक्षण करें कि क्या करना चाहिए? यदि प्रधानमंत्री ने ईमानदारी से आत्मनिरीक्षण किया तो इस्तीफे के अलावा कोई विकल्प नहीं है.’
बीजेपी अध्यक्ष ने कहा कि उनकी पार्टी ‘वाचडॉग’ की भूमिका निभा रही है. हम अपनी लड़ाई संसद के भीतर लड़ चुके हैं और अब सडक पर जाने के अलावा और कोई विकल्प नहीं बचा है. उन्होंने ऐलान किया कि 27 मई से दो जून के बीच बीजेपी देश भर में जेल भरो आंदोलन करेगी और जगह-जगह पंचायतें कर जनता को यूपीए सरकार की कारगुजारियों से अवगत कराएगी.
उन्होंने कहा कि दो मंत्रियों ने शुक्रवार को अपने पदों से इस्तीफे दे दिए. सवाल एक या दो मंत्रियों का नहीं है. जो कुछ भी हो रहा है, उसने पूरी प्रशासनिक प्रक्रिया पर सवालिया निशान खड़े कर दिया है.
गौरतलब है कि दो केंद्रीय मंत्रियों- रेल मंत्री पवन कुमार बंसल तथा कानून मंत्री अश्विनी कुमार- ने शुक्रवार को भ्रष्टाचार तथा सीबीआई के जांच में हस्तक्षेप करने के मामलों में नाम आने के बाद शुक्रवार को अपने पदों से इस्तीफे दे दिए.