नितिन गडकरी की अगुवाई वाली भाजपा की नयी टीम के चयन पर अंगुली उठाकर दल में हलचल मचाने वाले फिल्म अभिनेता और सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने यहां सियासी सवालों पर ‘खामोशी’ अख्तियार कर ली, लेकिन यह बताने से नहीं चूके कि उन्हें सफेद को सफेद और काले को काला कहने की आदत है.
अपने बेटे लव सिन्हा की पहली फिल्म ‘सदियां’ के प्रचार के दौरान सिन्हा ने बुधवार रात किसी का नाम लिये बगैर कहा, ‘अपने आत्मविश्वास के चलते ही मैं इस मुकाम पर पहुंचा हूं और मुझे सफेद को सफेद और काले को काला कहने की आदत है.’ बहरहाल, सियासी, खासकर भाजपा के सवालों से ‘बिहारी बाबू’ ने यह कहते हुए कन्नी काट ली कि वह अभी मीडिया से एक नेता नहीं, बल्कि एक पिता के रूप में मुखातिब हैं.
भाजपा अध्यक्ष गडकरी से जुड़े एक प्रश्न पर 63 वर्षीय पार्टी नेता ने अपने चिर.परिचित अंदाज में ‘खामोश’ कहा और मीडिया प्रतिनिधियों से विदा लेकर आगे बढ़ गये.