हैदराबाद में धमाके हुए . 16 लोगों की जान चली गई. करीब सवा सौ जख्मी हुए. आज चौथा दिन है. हाथ में अब भी कोई बड़ा सुराग नहीं है.
एक चिट्ठी ने एनआईए से लेकर प्रशासन तक के होश उड़ा दिए हैं. चिट्ठी, जिसके बारे में कहा जा रहा है कि लश्कर ए तैयबा की तरफ से भेजी गई है.
अंग्रेजी और उर्दू में लिखी गई ये चिट्ठी आंध्र बीजेपी के अध्यक्ष जी किशन रेड्डी को मिली थी. इसमें लिखा है कि लश्कर ने ही हैदराबाद के दिलसुखनगर में धमाके करवाए हैं. चिट्ठी में तो ये भी धमकी दी गई है कि अगला निशाना बेगमबाजार है.
वैसे जांच एजेंसियां अब तक हाथ-पांव ही मारती हुई दिख रही है. हां, इतना जरूर है कि तफ्तीश का पूरा सिलसिला अब चार चेहरों के इर्द-गिर्द घूम रहा है . एनआईए को इन धमाकों के सिलसिले में यासीन भटकल उर्फ इमरान, तहसीन अख्तर उर्फ मोनू, असदुल्लाह अख्तर उर्फ तबरेज और वकास उर्फ अहमद की तलाश है.
इन चारों के चेहरों के साथ एक लुकआउट नोटिस जारी हुआ है और सुराग देने वालों को 10 लाख रुपये के इनाम की घोषणा भी हुई है.
सूत्रों का दावा है अब तक की जांच में ये बात लगभग साफ हो चुकी है कि यासिन भटकल ने ही वेंकटाद्री सिनेमा हॉल के बाहर बम लगाया था.
एनआईए की टीम सीसीटीवी फुटेज से लेकर नेल्लौर जेल तक के सुराग तलाश रही है. सीसीटीवी फुटेज में यासीन को पहचानने की कोशिश की जा रही है और नेल्लौर जेल में आईएसआई एजेंट से ये जाना जा रहा है कि धमाके के तार कहां तक फैले हुए हैं.
इस बीच बिहार के रक्सौल में संदेह के आधार पर दो लोगों को पकड़ा गया है. एनआईए की टीम अब उन दोनों से भी पूछताछ करने के लिए पहुंच चुकी है. हालांकि अभी ये साफ नहीं है कि इन दोनों का हैदराबाद धमाकों से कोई वास्ता है या नहीं.
एनआईए की रडार पर दिल्ली के भी कुछ संदिग्ध हैं जिनकी तलाश हो रही है. एक-एक कर कड़ियों को जोड़ते हुए जांच एजेंसियां धमाकों की तह तक पहुंचने की हर मुमकिन कोशिश में जुटी हुई हैं.