भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) द्वारा गुजरात राज्यसभा चुनाव के लिए तीसरा उम्मीदवार मैदान में उतारे जाने के साथ कांग्रेस की धड़कनें बढ़ गई हैं. हॉर्स ट्रेडिंग के डर से कांग्रेस ने अपने 68 विधायकों को जयपुर शिफ्ट कर दिया है. गुजरात कांग्रेस प्रवक्ता ने सोमवार देर शाम कहा कि विधायक जीतू चौधरी सहित 68 एमएलए अब जयपुर में हैं.
182 सदस्यीय गुजरात विधानसभा में बीजेपी के पास 103, जबकि कांग्रेस के पास 73 विधायक हैं. राज्यसभा के उम्मीदवार को जीतने के लिए 37 वोटों की जरूरत होगी. दोनों पार्टियों के पास दो सीटें जीतने के लिए पर्याप्त ताकत है. कांग्रेस को उम्मीद है कि निर्दलीय विधायक जिग्नेश मेवाणी उनके उम्मीदवार के लिए ही वोट करेंगे. राज्यसभा की चार सीटों में से फिलहाल बीजेपी के पास तीन और कांग्रेस के पास 1 सीट है.
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भाग्यशाली साबित हुआ था रिजॉर्ट
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के लिए ब्यूना विस्ता रिजॉर्ट बीते वर्ष नवंबर में भाग्यशाली साबित हुआ था, जब उन्होंने कांग्रेस-राकांपा-शिवसेना को महाराष्ट्र में सरकार गठन में मदद करने के लिए यहां 40 कांग्रेसी विधायकों को ठहराया था. इस बार ये रिजॉर्ट गहलोत के लिए फिर से भाग्यशाली साबित होगा, इस पर संशय है.
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गांधी परिवार की तारीफ की
वहीं, सीएम अशोक गहलोत ने ट्वीट करके कहा कि तीन दशक हो गए हैं, गांधी परिवार का कोई भी सदस्य सत्ता में किसी भी स्थिति में नहीं रहा है. फिर भी वे पार्टी के रैंक और फाइल के लिए एकजुट बल बने हुए हैं. मीडिया के कुछ वर्ग ऐसे हैं जो कांग्रेस के भीतर नेतृत्व के संकटों के बारे में बेबुनियाद कहानियां गढ़ रहे हैं. ये पार्टी की विचारधारा और सिद्धांतों को नहीं जानते हैं.