वाराणसी सीट से नरेंद्र मोदी को भारी मतों से जीत मिली थी और अब मोदी शहर को उसी जीत का शुक्रिया करना चाहते हैं. इसी पहल में वह वाराणसी को सांस्कृतिक विरासत का केंद्र बनाना चाहते हैं और इसके लिए काम भी शुरू हो चुका है. खबर है कि मोदी के वाराणसी प्रोजेक्ट में गूगल भी काम करेगा.
इकोनॉमिक्स टाइम्स में छपी खबर के मुताबिक इस काम में विशेषज्ञों, कंसल्टेंट्स ने काम करना शुरू कर दिया है. शहर के सौंदर्यीकरण और सुरक्षा पर लोग काम कर रहे हैं. वाराणसी के विकास पर मोदी के ऐलान के बाद से ही कई कंपनियां इस प्रोजेक्ट से जुड़ने के लिए आगे आई है. कई कंपनी इस संदर्भ में मोदी की टीम के साथ बातचीत भी कर रही है.
मोदी खुद भी वाराणसी के विकास को लेकर सोशल नेटवर्किंग साइट में चर्चा कर रहे हैं. पिछले महीने फेसबुक की चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर शेरिल सैंडबर्ग भारत के दौरे पर थीं और उन्होंने भी मोदी से इसे लेकर बातचीत की. हालांकि गूगल ने फिलहाल इस बाबत कुछ भी कहने से इनकार कर दिया. कंपनी के प्रवक्ता ने कहा, 'हम अभी भारत के राष्ट्रीय स्मारकों को ऑनलाइन प्रस्तुत करने के लिए भारतीय पुरतत्व विभाग के साथ मिलकर काम कर रहे हैं, लेकिन इससे ज्यादा अभी कोई जानकारी साझा करने के लिए नहीं है.'
मोदी के साथ इस प्रोजेक्ट से जुड़े लोगों के मुताबिक, मोदी के काशी विजन में शहर के पौराणिक रूप को सुरक्षित रखने पर बल दिया गया है. इसे 20 अगस्त को लॉन्च किया जाएगा. यहां सफाई अभियान शुरू करने से पहले नगर निगम से भी बैठक की गई है और उन्हें तेजी से काम करने के निर्देश दिए गए हैं. इसके अलावा मोदी के एजेंडे में कुछ महीनों में यहां पर्यटकों के लिए हेल्प सेंटर, एयरपोर्ट का अपग्रेडेशन और अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए वीजा ऑन अराइवल जैसी सुविधा भी है. मोदी यहां स्टेट ऑफ आर्ट म्यूजिक अकादमी भी बनाना चाहते हैं.
वाराणसी के मेयर गोपाल मोहाले ने बताया, 'नरेंद्र मोदी प्रस्तावित संस्थानों को यहां के संगीत घरानों के संरक्षक की भूमिका में देखना चाहते हैं.' वाराणसी विकास प्राधिकरण ने बताया कि वरुणा नदी और घाटों के विकास का काम जल्द ही पूरा होने वाला है.