गाजियाबाद में हिंदन नदी के किनारे बने हज हाउस के बाहर चल रहा शांतिपूर्ण अनशन सोमवार को हिंसक हो उठा. अचानक से प्रदर्शनकारियों की तादाद बढ़ गई. बड़ी पार्टी के नेता भी मौके पर पहुंच गए. उन्मादित भीड़ ने ट्रैफिक इंस्पेक्टर की गाड़ी तोड़ दी और पुलिस टीम पर पथराव कर दिया. इसमें एक महिला कांस्टेबल घायल हो गई.
एनजीटी ने इस हज हाउस को हटाने का आदेश दिया है. लोगों ने इसका विरोध किया और मामला कोर्ट में चला गया. इस बीच कुछ दिनों से यहां लोग लगातार शांतिपूर्वक अनशन कर रहे थे.
हिंसक हो उठा शांतिपूर्ण अनशन
मगर सोमवार को ये शांतिपूर्ण प्रदर्शन हिंसक हो उठा. तकरीबन 100 से 150 लोग यहां आकर हज हाउस का दरवाज़ा तोड़कर अन्दर जाने की कोशिश करने लगे. इसके बाद मौके पर भारी पुलिस बल पहुंचा और लाठीचार्ज कर लोगों को भगाया. प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़प में करीब 10 पुलिसकर्मी घायल हुए जबकि 17 लोगों को हिरासत में लिया गया है.
पुलिस ने 17 लोगों को लिया हिरासत में
फिलहाल हज हाउस के बाहर भारी पुलिस बल तैनात है. किसी को भी अब यहां अनशन की भी अनुमति नहीं है. पुलिस का कहना है कि अनशन करने की मनाही नहीं है. मगर जब प्रदर्शनकारियों को रोका गया, उसके बाद उन्होंने पुलिस पर ही पथराव कर दिया, इसके जवाब में पुलिस ने भी लाठी चार्ज किया.
पुलिस का कहना है कि 17 लोगों को हिरासत में लिया गया है और अन्य प्रदर्शनकारियों की तलाश जारी है.
हिंडन नदी के फ्लड प्लेन में बना हैं हज हाउस
बता दें कि इस हज हाउस को लेकर एनजीटी में एक याचिका दायर की गई है जिसमें कहा गया है कि ये हिंडन नदी के फ्लड प्लेन में बना है और इसे तोड़ा जाए. एनजीटी के आदेश पर हज हाउस को बंद रखा गया है, लेकिन इसे खोलने को लेकर अक्सर वह हंगामा होता रहता है.
अफवाह फैला रहे हैं लोगः सिटी एसपी
मौके पर आए गाजियाबाद के एसपी सिटी ने बताया कि अब स्थिति सामान्य कर दी गई है. एक महिला पुलिस कांस्टेबल घायल है, जबकि कुछ गाड़ियों में तोड़फोड़ की कोशिश की गई थी. ट्रैफिक इंस्पेक्टर की गाड़ी में भी तोड़फोड़ की गई है. एसपी सिटी ने बताया कि कुछ लोग अफवाह फैलाने का काम कर रहे हैं उन पर सख्त निगाह रखी जा रही हैं और कठोर कार्यवाही की जाएगी.
अखिलेश और आजम ने किया था उद्घाटन
हज हाउस के बारे में बता दें कि अखिलेश सरकार में इसका उद्घाटन आजम खान और अखिलेश यादव ने किया था. और तब से लेकर अब तक इसके साथ कई तरह के विवाद जुड़े हुए हैं. एनजीटी में भी एक याचिका के बाद इसे खोलने पर रोक लगाई गई थी. पुलिस ने सोमवार को इस हंगामे के बाद एक एफआईआर दर्ज की है और करीब 17 लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है.