संसद के दोनों सदनों में विभिन्न राजनीतिक दलों ने आईपीएल में बड़े पैमाने पर काला धन लगने का आरोप लगाते हुए कहा कि इस मामले में विदेश राज्य मंत्री शशि थरूर का इस्तीफा काफी नहीं है, बल्कि आईपीएल पर प्रतिबंध लगाया जाये और इसके एवं बीसीसीआई के धन के स्रोतों की जांच के लिये संयुक्त संसदीय समिति का गठन किया जाये.
लोकसभा में वामपंथी दलों, भाजपा, जद (यू), राजद, सपा और बसपा आदि के सदस्यों ने आरोप लगाया कि आईपीएल में स्विस बैंक, दुबई और मॉरिशस के रास्ते बड़े पैमाने पर काले धन को सफेद बनाकर धन शोधन किया गया है.
भाकपा के गुरुदास दासगुप्ता ने कहा कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने थरूर का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है, यह अच्छी बात है. लेकिन मुद्दा सिर्फ यह नहीं है, बल्कि असल मुद्दा आईपीएल है. उन्होंने कहा कि वित्त मंत्री और उनके मंत्रालय की नाक के नीचे आईपीएल के बहाने बड़े पैमाने पर धन शोधन का धंधा चल रहा है और वह खामोश बैठे हुए हैं.
{mospagebreak}भाकपा नेता ने आईपीएल पर तुरंत प्रतिबंध लगाकर इसमें लगे धन के स्रोत की संयुक्त संसदीय समिति से जांच कराने की मांग की.
राजद के लालू प्रसाद ने आईपीएल को सट्टेबाजी’ और अय्याशी’ का अड्डा बताते हुए कहा कि स्विस बैंकों में जमा काले धन का इस खेल के बहाने शोधन किया जा रहा है.
लालू प्रसाद ने कहा कि थरूर से इस्तीफा लेने के लिये वह प्रधानमंत्री का शुक्रिया अदा करते हैं लेकिन आईपीएल के बहाने हो रहे इस पूरे घपले की संयुक्त संसदीय समिति से जांच करायी जानी चाहिये. राजद नेता ने यह सुझाव भी दिया कि आईपीएल को खेल मंत्रालय अपने अधीन लेकर उसका राष्ट्रीयकरण करे.
सपा के मुलायम सिंह ने क्रिकेट को विदेशी खेल बताते हुए इस पर प्रतिबंध लगाने की मांग की. जद (यू) के शरद यादव ने भी कहा कि मंत्री का इस्तीफा काफी नहीं है और आईपीएल के पीछे जो लोग लगे हैं, उन्होंने धंधा चला रखा है.
{mospagebreak}बसपा के दारा सिंह चौहान ने कहा कि देश में बीपीएल’ के लोग त्राहि-त्राहि कर रहे हैं और कुछ लोगों ने काले धन का आईपीएल धंधा’ चला रखा है.
भाजपा के गोपीनाथ मुंडे ने कटाक्ष करते हुए कहा कि पिछले लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने वादा किया था कि सत्ता में आने के 100 दिन के भीतर स्विस बैंकों में जमा भारतीयों का काला धन वापस लाया जायेगा. उन्होंने कहा कि सरकार तो ऐसा नहीं कर पायी लेकिन आईपीएल के जरिये ऐसा जरूर हो गया.
राज्यसभा में जद यू के शिवानंद तिवारी ने आईपीएल का मुद्दा उठाते हुए कहा कि इस पर तुरंत रोक लगनी चाहिए तथा इसके और भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के पैसों की सीबीआई और आयकर विभाग से जांच की जानी चाहिए.
उन्होंने कहा कि आईपीएल के जरिये काले धन को सफेद बनाया जा रहा है और सट्टेबाजी को बढ़ावा दिया जा रहा है. उन्होंने सरकार से जानना चाहा कि आईपीएल संबंधी रिपोर्ट छह माह तक क्यों लंबित रही.