अगर सब कुछ सही रहा तो दिल्ली को अगले तीन सालों में पहली स्मार्ट सिटी मिल जाएगी. कड़कड़डूमा ईस्ट दिल्ली हब के नाम से बनने वाली इस स्मार्ट सिटी के मुख्य आकर्षण का केंद्र 100 मंजिला टॉवर होंगे. साथ ही दिल्ली विकास प्राधिकरण के फ्लैगशिप प्रोजेक्ट, आवासीय इकाई और मनोरंजन सुविधाओं से लैस होगी ये स्मार्ट सिटी.
इस स्मार्ट सिटी को बनाने का काम नेशनल बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन कॉर्पोरेशन (एनबीसीसी) करेगी, जिसकी लागत 4500 करोड़ रुपये बताई जा रही है. एनबीसीसी के मैनेजिंग डायरेक्टर ने बताया कि इसके लिए हमने तीन साल का लक्ष्य निर्धारित किया है. एनबीसीसी इस सिटी को बनाने के बाद 30 सालों तक इस सिटी के रखरखाव का काम करेगी.
इस सिटी के बनाने का काम फेजों में किया जाएगा. जिसका पहला फेज का काम अगले 36 महीनों में पूरा कर लिया जाएगा. 100 मंजिला टावर की ऊंचाई 300 मीटर से ज्यादा होगी. इन टावरों में रेस्त्रा, ऑफिस, होटल और शॉपिंग की सुविधा भी होगी. डीडीए अधिकारियों के मुताबिक टॉवरों के टॉप पर डिस्कोथीक और कैफे के साथ इमरजेंसी और मेडिकल सर्विस के लिए हेलिपेड की सुविधा भी होगा.
स्मार्ट सिटी की दो मेट्रो स्टेशनों से कनेक्टिविटी भी होगी. एक अनुमान के मुताबिक इस हब से लगभग 8 हजार नौकरी की संभावनाएं बढ़ेंगी.