देश में अभी कोरोना वायरस महामारी का संकट चल रहा है, लेकिन इस बीच एक और संकट आने को तैयार है. बंगाल की खाड़ी की तरफ से आ रहा चक्रवात अम्फान पश्चिम बंगाल और ओडिशा तट की ओर तेजी से बढ़ रहा है. इस बीच तैयारियों को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार शाम एक बड़ी बैठक बुलाई, जिसमें तैयारियों का जायजा लिया गया.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गृह मंत्रालय और राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अधिकारियों के साथ अम्फान तूफान को लेकर बैठक की. देश के अलग-अलग हिस्सों में इस तूफान का क्या असर हो सकता है, इस पर बात हुई. बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ गृह मंत्री अमित शाह भी मौजूद रहे.
बैठक में प्रधानमंत्री ने संभावित परिस्थितियों के बारे में जानकारी ली. खतरे की स्थिति में क्या किया जाना चाहिए और इसकी क्या तैयारी है, इस बारे में भी उन्होंने विस्तार से चर्चा की. लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के लिए एनडीआरएफ की क्या तैयारी है, इस बारे में प्रधानमंत्री ने जाना. बैठक में एनडीआरएफ के डीजी ने अम्फान को लेकर शुरू किए गए रेस्पॉन्स प्लान के बारे में जानकारी दी. डीजी ने बताया कि तूफान के इलाकों में 25 एनडीआरएफ की टीमें तैनात की गई हैं और 12 टीमों को रिजर्व रखा गया है. देश के अलग-अलग हिस्सों में 24 एनडीआरएफ टीमों को स्टैंडबाई में भी रखा गया है.
इस बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, प्रधानमंत्री के मुख्य सलाहकार पीके सिन्हा, कैबिनेट सचिव राजीव गाबा मौजूद रहे. भारत सरकार के कई वरिष्ठ अधिकारियों ने बैठक में हिस्सा लिया.
बैठक के बारे में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार सुबह ट्वीट कर जानकारी दी थी. अमित शाह ने ट्वीट में लिखा, ‘देश के कई हिस्सों में चक्रवात की बढ़ती चिंता को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज (सोमवार) शाम चार बजे गृह मंत्रालय और एनडीएमए के साथ बड़ी बैठक करेंगे’.
To review the arising cyclone situation in various parts of the country, PM @narendramodi ji will chair a high level meeting with MHA & NDMA, today at 4pm.
— Amit Shah (@AmitShah) May 18, 2020
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आपको बता दें कि अभी ये चक्रवात भारतीय तट सीमा से करीब 1000 किमी. दूर है लेकिन 19 मई तक ये और समीप आ सकता है. चक्रवाती तूफान अम्फान अगले एक या दो दिन में सुपर साइक्लोन में बदल सकता है, जो कि खतरनाक साबित हो सकता है.
अभी तेज़ हवा की रफ्तार 160 किमी. प्रति घंटा के करीब है, लेकिन इसके और भी तेज़ होने की संभावना है. इसी को देखते हुए ओडिशा में तटीय इलाकों को अलर्ट पर रखा गया है, बंगाल में भी अलर्ट जारी किया गया है. राज्यों ने मछुआरों से अभी समुद्र के निकट जाने से मना किया है और मछली पकड़ने पर रोक लगा दी है.
भुवनेश्वर के मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक, बंगाल की खाड़ी में उठा तूफान अगले 12 घंटों में और तेज होने की संभावना है. जो 18 मई यानी सोमवार को गंभीर चक्रवाती तूफान में बदल सकता है. इस दौरान तेज हवाओं के साथ भारी बारिश होने की आशंका है.