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जब SC के जस्टिस बोले- घोर कलयुग में कोरोना वायरस से लड़ना चुनौतीपूर्ण

सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस अरुण मिश्रा ने कहा कि ये महामारी हर 100 वर्षों में हो रही है. घोर कलयुग में वायरस से हम लड़ते नहीं हैं. हमें अपने स्तर पर यह लड़ाई लड़नी होगी.

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सुप्रीम कोर्ट
सुप्रीम कोर्ट

  • अब तक कोरोना के 149 पॉजिटिव केस
  • जस्टिस बोले- सबको खुद मुकाबला करना होगा

कोरोना वायरस से पूरी दुनिया सहमी हुई है. इस महामारी की चपेट में आने से दुनिया में अब तक सात हजार से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है. भारत में अब तक 148 केस सामने आए हैं, जिसमें से तीन की मौत हो गई है. देश के आम लोगों के साथ ही सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस भी कोरोना से खौफजदा है. सुप्रीम कोर्ट ने लोगों से एक अपील की है.

बुधवार को सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस अरुण मिश्रा ने कहा कि ये महामारी हर 100 वर्षों में हो रही है. घोर कलयुग में वायरस से हम लड़ते नहीं हैं. मनुष्यों की धोखाधड़ी देखें. आप कुछ भी और सब कुछ कर सकते हैं. आप सभी हथियारों को तैयार कर सकते हैं, लेकिन आप इस वायरस से नहीं लड़ सकते. हमें अपने स्तर पर यह लड़ाई लड़नी होगी.

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केवल सरकार नहीं, खुद मुकाबला करें

जस्टिस अरुण मिश्रा ने कहा कि हर किसी को इसका मुकाबला करना चाहिए, न कि केवल सरकार को. अगर हम लड़ते हैं तो अपने स्तर पर हम इसे पार कर सकते हैं. आपको अपने लिए लड़ना होगा किसी और से नहीं. जस्टिस एमआर शाह ने वकीलों से अपील की है कि वह एक वकील के साथ ही चेंबर में आएं.

5-6 वकीलों के साथ न आएं कोर्ट रूम

दरअसल, सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील आर्यमान सुंदरम अपने साथ 5-6 वकीलों को लेकर कोर्ट रूम में पहुंच गए. इस पर जस्टिस एमआर शाह ने कहा कि आप सभी 5-6 अधिवक्ताओं के साथ आते हैं. यह बार का भी अनुरोध है, एक वरिष्ठ अधिवक्ता को केवल एक अधिवक्ता के साथ आना चाहिए. यह आखिरकार हमारे लिए है.

अब तक कोरोना के 149 केस

भारत में आज कोरोना के 10 नए मामले सामने आए हैं. इस तरह कोरोना से संक्रमित लोगों की संख्या 149 पहुंच गई है. महाराष्ट्र से सबसे ज्यादा 42 मामले सामने आए हैं. इसके बाद केरल का नंबर है, जहां 27 मामले सामने हैं. यूपी और हरियाणा में कोरोना के 16-16 मामले सामने आए हैं. भारत में कोरोना से अब तक तीन लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 14 मरीज ठीक हो चुके हैं.

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