जमीन विवाद को लेकर अपनी ही पार्टी के अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा के खिलाफ मोर्चा खोलने वाले गुड़गांव के सांसद राव इंद्रजीत सिंह ने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया है.
उन्होंने कहा कि वे अगला लोकसभा चुनाव कांग्रेस के टिकट पर नहीं लड़ेंगे. राव इंद्रजीत सिंह ने हरियाणा के मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा को अपनी पार्टी छोड़ने की वजह बताया है.
राव इंद्रजीत सिंह ने कहा, 'मौजूदा मुख्यमंत्री ने हरियाणा कांग्रेस को हुडा कांग्रेस बना दिया है. पार्टी के अन्य समर्थकों के लिए अब कोई जगह नहीं है.'
हेडलाइंस टुडे से एक्सक्लूसिव बातचीत में राव इंद्रजीत सिंह ने भूपेंद्र हुड्डा पर चुनिंदा लोगों को फायदा पहुंचाने के लिए लैंड यूज नियमों में बदलाव करने का आरोप लगाया.
उन्होंने कहा, 'मुख्यमंत्री ने खुद को सभी लोगों से दूर कर लिया है. इनके साथ कोई काम नहीं कर सकता.'
कुछ लोगों का मानना है कि राव इंद्रजीत सिंह बीजेपी में शामिल हो सकते हैं पर वे अभी इसे लेकर अपने पत्ते नहीं खोल रहे.
सूत्र बताते हैं कि राव इंद्रजीत सिंह की मुख्य नाराजगी इस बात से है कि सोनिया गांधी की तरफ से हरियाणा के मुख्यमंत्री को पूरी छूट मिली हुई है. इसके अलावा भूपेंद्र हुड्डा को सोनिया गांधी के राजीनितक सचिव अहमद पटेल का करीबी भी माना जाता है.
हरियाणा के अन्य कांग्रेस सांसद भी इस बात को लेकर नाराज बताए जाते हैं. पर अभी तक किसी ने बगावत करने की हिम्मत नहीं दिखाई है.