पहले से ही कई मामलों में धोखाधड़ी करने के आरोप से जूझ रहे जिग्नेश शाह के खिलाफ सीबीआई ने एक नया मामला दर्ज किया है. जिग्नेश शाह के ऊपर सीबीआई ने आरोप लगाया है कि तय मानक ना होने के बावजूद भी साल 2012 में शाह ने नियमों को ताक पर रखते हुए मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) को पूरे देश में सार्वजनिक रूप से शुरू कर दिया था.
केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने इस सिलसिले में शुक्रवार को मुंबई, ग्वालियर और शिमला में 9 स्थानों पर छापेमारी की, जिसमें Financial Technologies of India Ltd (FTIL) के दफ़्तर और जिग्नेश शाह का मुंबई स्थित घर शामिल है.
CBI सूत्रों के मुताबिक जिग्नेश शाह, एमसीएक्स के तत्कालीन एमडी, Forward Market Commission के चार पूर्व चेयरमैन और छह अन्य लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. आरोप है कि आरोपियों ने देशव्यापी मल्टी कमोडिटी एमसीएक्स को शुरू करने में मदद की जो निर्धारित मानदंडों को पूरा नहीं कर रहा था.
एफटीआईएल और जिग्नेश शाह के खिलाफ एजेंसी द्वारा यह तीसरा मामला है. जिग्नेश शाह का नाम कथित रूप से धोखाधड़ी 5,474.35 करोड़ रुपये के राष्ट्रीय स्पॉट एक्सचेंज लिमिटेड (एनएसईएल) घोटाले में भी आ चुका है. सीबीआई ने इस मामले में आरोप पत्र पिछले साल दाखिल किया था.