देश के जाने-माने पॉलिटिकल कार्टूनिस्ट सुधीर तैलंग का शनिवार को निधन हो गया. 55 साल के तैलंग पिछले कुछ दिनों से बीमार चल रहे थे और अस्पताल में भर्ती थे.
पीएम मोदी ने शोक जताते हुए कहा कि अपने कार्टून्स की बदौलत सुधीर तैलंग लाखों लोगों के चेहरों पर मुस्कान लाए.
Sudhir Tailang's demise is untimely & unfortunate. His brush brought smiles on many faces. Condolences to his family. RIP.
— Narendra Modi (@narendramodi) February 6, 2016
सुधीर तैलंग के निधन पर कई अन्य नेताओं ने भी ट्वीट कर उन्हें श्रद्धांजलि दी.
ईश्वर से श्री सुधीर तैलंग की आत्मा को शांति और परिजनों को यह असीम दु:ख सहन करने की शक्ति देने की प्रार्थना करता हूँ।
— ShivrajSingh Chouhan (@ChouhanShivraj) February 6, 2016
2004 में हुए पद्मश्री से सम्मानित
कार्टून के क्षेत्र में विशेष योगदान देने के लिए तैलंग को 2004 में पद्मश्री से सम्मानित किया गया था. हाल में ही उन्होंने 'नो, प्राइम मिनिस्टर' नाम से कार्टून्स की एक किताब लॉन्च की थी. यह किताब पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर आधारित थी.
10 साल की उम्र में बनाया पहला कार्टून
तैलंग का जन्म राजस्थान के बीकानेर में 1960 में हुआ था. उन्होंने अपना पहला कार्टून 1970 में उस वक्त बनाया था जब वह महज 10 साल के थे. तैलंग ने अपने करियर की शुरुआत इलस्ट्रेटेड वीकली ऑफ इंडिया के साथ मुंबई में 1982 में की थी. 1983 में उन्होंने नवभारत टाइम्स दिल्ली जॉइन किया था. इसके बाद कई सालों तक वह हिंदुस्तान टाइम्स के साथ जुड़े रहे. अपने करियर के दौरान उन्होंने इंडियन एक्सप्रेस, टाइम्स ऑफ इंडिया और एशियन एज के साथ भी काम किया था.