मिस्बाह कादरी नाम की जिस युवती ने हाल में यह कहकर सनसनी फैला दी थी कि उसे मुस्लिम होने के चलते 2-3 तीन दिन तक फ्लैट में रहने के बाद घर से बाहर कर दिया था, उनके मामले में नया खुलासा हुआ है.
मुंबई पुलिस को 16 अप्रैल को जो कागज सौंपे गए थे, उससे साफ पता चलता है कि ब्रोकर ने पुलिस को पहले ही बता दिया था कि मिस्बाह
कादरी बिना लीज और लिविंग लाइसेंस एग्रीमेंट के बिना रह रही हैं और उन्होंने नियमों का उल्लंघन किया है. इस खबर के साथ आप एग्रीमेंट रद्द होने की कॉपी और पत्र की कॉपी देख सकते हैं.
मूल रूप से गुजरात की रहने वाली मिस्बाह कादरी ने दावा किया था कि वह मुंबई की सांघवी हाइट्स में रहने के लिए फ्लैट तलाश रही थीं. 2-3 दिन तक एक फ्लैट में रहने के बाद उन्हें घर से बाहर जाने को कह दिया गया. जब उन्होंने इसका कारण पूछा, तो वजह बताई गई कि वे मुस्लिमों को घर नहीं देते. उन्होंने कहा था कि मुंबई में साढ़े सात साल से रह रही हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि जब उन्होंने फ्लैट के लिए ब्रोकर से संपर्क किया था, तो उसने पहले ही यह बात बता दी थी कि यहां मुसलमानों को फ्लैट नहीं दिए जाते हैं.