वित्त मंत्री अरुण जेटली ने बजट में काला धन सामने लाने पर छूट के ऐलान की वजहें बताई हैं. राज्यसभा में जेटली ने कहा कि जब आप काला धन पर हमारे कदमों के बारे में बात करते हैं तो ईमानदारी से अपने ट्रैक रिकॉर्ड से इसकी तुलना कर लें.
केस दर्ज कर बताएंगे काले धन वालों के नाम
जेटली ने कहा कि काला धन रखने वालों की लिस्ट जारी की जाएगी. हम उसे केस दर्ज करवाने के बाद ही जारी करेंगे. उन्होंने कहा कि दुनियाभर में हालिया दौर आर्थिक अनिश्चितताएं और मुश्किलों से भरा है. इस वजह से काला धन रखने वालों के लिए ऐसे कदम उठाने पड़े हैं.
कंपनी एक्ट में संशोधन करने पर विचार
उन्होंने कहा कि काला धन को लोग जाहिर नहीं कर रहे हैं. हम इसके लिए बेहद कड़े कानून बनाने वाले हैं. हम कंपनी एक्ट में संशोधन करने पर भी विचार कर रहे हैं.
जेटली ने कहा कि वैश्विक संकट के दौर में सभी दलों को आपस में मिलकर पूरी गंभीरता से देश को बचाना होगा. वैश्विक व्यापार लगातार सिकुड़ता जा रहा है.
कांग्रेस को जेएनयू की घटना का विरोध करना चाहिए
जेटली राज्यसभा में राष्ट्रपति के भाषण के धन्यवाद सत्र में जेएनयू विवाद पर भी बातें रखीं. उन्होंने कहा कि कांग्रेस जैसी मुख्यधारा की पार्टी को आगे बढ़कर ऐसी घटनाओं का विरोध करना चाहिए था. वह इसका उल्टा कर रही है. उन्होंने कहा कि गिरफ्तार किए गए छात्र के खिलाफ किसी के भी मन में पहले से कोई बात नहीं थी.
इशरत के बहाने कांग्रेस पर साधा निशाना
वित्त मंत्री ने इशरत जहां मुठभेड़ मामले में एसआईटी गठन के मुद्दे पर भी अपनी बात रखी. कांग्रेस को निशाना बनाते हुए उन्होंने कहा कि आपने एसआईटी के संविधान को कैसे बदला. एक तरह से यह देश की आंतरिक सुरक्षा से समझौता करना है. आप बस कुछ खास राजनेताओं को निशाना बनाना चाहते थे. यह कानून का मामला था या इनटॉलरेंस का. जेटली ने आरोप लगाया कि कांग्रेस की सरकार ने राजनीतिक शख्सियतों को फंसाने के लिए एसआईटी के साथ छेड़छाड़ की.