उत्तराखंड के पूर्व राज्यपाल डॉ. अजीज कुरैशी पर प्रदेश में पद का दुरुपयोग कर कई प्रकार की अनियमिततायें और गलत नियुक्तियां करने का आरोप लगाते हुए बीजेपी ने आज केंद्र सरकार से उनके कार्यकाल के दौरान लिये गये निर्णयों की निष्पक्ष जांच कराये जाने की मांग की.
बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता अनिल बलूनी ने कहा कि कुरैशी के कार्यकाल में हुई कथित अनियमितताओं और गलत नियुक्तियों के मामले की निष्पक्ष जांच की मांग को लेकर वह तथा अन्य पार्टी नेता केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह से भी मिल चुके हैं. बलूनी ने आरोप लगाया कि कुरैशी के उत्तराखंड में राज्यपाल पद पर रहते हुए हवाई जहाज का दर्जनों बार जमकर दुरुपयोग हुआ, जिसमें नियमों के विरुद्ध उनके बिना भी उनके परिजनों और मेहमानों को उसमें घुमाया गया.
उन्होंने कहा, 'इससे सरकारी राजकोष पर लाखों रुपये का अनावश्यक भार पड़ा और जनता की गाढ़ी कमाई पानी की तरह बहा दी गई.' बीजेपी प्रवक्ता ने कहा कि पिछले वर्ष 30 दिसंबर को डॉ. कुरैशी का तबादला मिजोरम के राज्यपाल पद पर कर दिया गया, लेकिन यहां से जाने से पहले आनन-फानन में उन्होंने गलत ढ़ंग से कई नियुक्तियां कर दी, जो उचित नहीं था.
उन्होंने कहा कि यह भी पता चला है कि कुछ समय के लिए उत्तर प्रदेश के कार्यवाहक राज्यपाल नियुक्त किये गए कुरैशी ने वहां भी कुछ विश्वविद्यालयों को गलत ढंग से मंजूरी दे दी और कुलपतियों सहित कुछ अन्य नियुक्तियां भी कर दीं.
बलूनी ने कहा कि हमारी मांग है कि कुरैशी के कार्यकाल में लिए गए संपूर्ण निर्णयों की निष्पक्ष जांच हो, ताकि सच सबके सामने आ सके. बीजेपी नेता ने इस संबंध में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पर भी तंज कसते हुए कहा कि हर समय प्रदेश के हित की बड़ी-बड़ी बातें करने वाले हरीश रावत भी इस मसले पर चुप्पी साधे रहे और तत्कालीन राज्यपाल को ‘गलत काम’ करने से नहीं रोका.
इनपुट: IANS