राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) के असम कॉर्डिनेटर प्रतीक हजेला के खिलाफ दो केस दर्ज किए गए हैं. पहला केस अखिल असम गोरिया मोरिया युवा छात्र परिषद ने हजेला के खिलाफ गोवाहटी में दर्ज कराया है, जबकि दूसरा केस डिब्रूगढ़ जिले में एक व्यक्ति चंदन मजूमदार ने कराया है. चंदन का आरोप है कि उसका नाम एनआरसी से जानबूझकर निकाला गया है.
बता दें प्रतीक हजेला एनआरसी के स्टेट कॉर्डिनेटर हैं. उन्होंने बताया था कि 3 करोड़ 11 लाख 21 हजार लोगों का एनआरसी की फाइनल लिस्ट में शामिल किया गया है, जबकि 19,06,657 लोगों को बाहर किया गया है. जो लोग इससे संतुष्ट नहीं है, वो फॉरनर्स ट्रिब्यूनल के आगे अपील दाखिल कर सकते हैं.
असम में एनआरसी की लिस्ट जारी होने के बाद कई राज्यों में इसे लाने की मांग उठने लगी थी. देश में रोहिंग्या का मुद्दा लंबे समय से सुर्खियों में है, लेकिन अभी तक इसमें कुछ तस्वीर साफ नहीं हुई है. हालांकि बांग्लादेश रोहिंग्याओं के खिलाफ सख्त है. बांग्लादेश में अभी दस लाख रोहिंग्योओं की मोबाइल सेवा बंद करने की घोषणा की गई है. हमने देश की राजधानी दिल्ली में रह रहे रोहिंग्या कैंप का दौरा किया और उनसे वहां रह रहे लोगों की परेशानी के बारे में सवाल पूछे.