असम में एक बार फिर डॉक्टरों की लापरवाही की घटना सामने आई है. इस बार भी मरीज ने डॉक्टरों की लापरवाही की कीमत चुकाई है. यहां एक गर्भवती महिला को अस्पताल में डॉक्टर नहीं होने के चलते गाड़ी में बच्चे को जन्म देना पड़ा. घटना असम के बकसा जिले की है. परिजन गर्भवती महिला को उत्तरकुची गांव से गाड़ी में सरकारी अस्पताल लेकर गए थे. परिजनों ने बताया कि उन्होंने कई बार 108 सर्विस पर फोन किया था, लेकिन इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई.
गर्भवती महिला को लेकर जब परिवार वाले अस्पताल पहुंचे तो देखा वहां कोई डॉक्टर नहीं था. अस्पताल भी बंद था. प्रसव पीड़ा बढ़ने के बाद गर्भवती महिला ने गाड़ी में ही बच्चे को जन्म दे दिया. कुछ स्थानीय लोगों ने ताला तोड़कर अस्पताल का गेट खोला और नर्स को इसकी सूचना दी. इसके बाद नर्स मौके पर पहुंची और उसने प्रारंभिक उपचार शुरू किया.
इस मामले पर बोलते हुए नर्स ने कहा कि महिला ने प्राइवेट गाड़ी में बच्चे को जन्म दिया. इसके बाद, ASHA वर्कर ने मुझे इस बारे में सूचित किया कि अस्पताल बंद है. डॉक्टर भी मौजूद नहीं थे. मैं जल्द अस्पताल पहुंची और प्रारंभिक उपचार शुरू किया.
इससे पहले आंध्र प्रदेश में एक गर्भवती महिला को सड़क और स्ट्रेचर के अभाव में लकड़ी और चादर से स्ट्रेचर बना 6 किलोमीटर दूर अस्पताल ले जाया गया था. दिल दहला देने वाला यह मामला विशाखापत्तनम का है. जहां के कोठावलसा गांव के लोगों ने गर्भवती महिला को चादर में डालकर पैदल ही छह किलोमीटर दूर केजे पुरम अस्पताल पहुंचाया था. जहां जच्चा और बच्चा दोनों स्वस्थ बताए जाते हैं.