असम में बाढ़ ने भारी मात्रा में तबाही मचाई है. प्रदेश की स्थिति काफी खराब है. 33 में से 30 जिले इससे प्रभावित हैं. जानकारी के मुताबिक, असम में बाढ़ और लैंडस्लाइड से तकरीबन 15 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 52 लाख लोग इससे प्रभावित हैं. असम राज्य आपदा प्रबंधन के एक अधिकारी के मुताबिक 4,663 गांव के 52.6 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हैं. असम के अलावा बिहार के कई इलाके भी बाढ़ से ग्रस्त हैं.
असम में बाढ़ से तबाही
असम में बाढ़ से हालात बहुत खराब हैं. अब तक बारिश से यहां बहुत नुकसान हुआ है. बाढ़ का असर 4663 गांवो पर असर पड़ा है. करीब 52.6 लाख लोग बाढ़ की चपेट में आए गए हैं. करीब 1.47 लाख रिलीफ कैंप में रहने को मजबूर हैं. साथ 1,63969 हेक्टेयर फसल पर असर पड़ा है.

असम में बाढ़ से नुकसान
असम में बाढ़ से 2007 लेकर 2017 तक 742 लोगों की मौत हो चुकी हैं. इस दौरान केंद्र सरकार ने प्रदेश को 2043 करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता देने का वादा किया. लेकिन असल में प्रदेश को 812 करोड़ रुपये की आर्थिक मदद ही मिल सकी. वहीं 2007-2017 के बीच प्रदेश में बाढ़ से फसल और संपत्ति का नुकसान 23, 493 करोड़ रुपये रहा.

इस बीच संयुक्त राष्ट्र (यूएन) के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने भारत और क्षेत्र के अन्य बाढ़ प्रभावित देशों को सहायता की पेशकश की है. यूएन के उप-प्रवक्ता फरहान हक ने मानसून सीजन में प्रभावित हो रहे लोगों की मदद के संबंध में कहा, 'संयुक्त राष्ट्र प्रभावित देशों में अधिकारियों के साथ काम करने के लिए तैयार है. फरहान ने कहा, 'मानसून में आई भारी बारिश के कारण दक्षिण और दक्षिण पूर्व एशिया जिसमें भारत, बांग्लादेश, नेपाल और म्यांमार शामिल है, बाढ़ से जूझ रहे हैं. इसमें लोगों ने अपनी जान गंवाई है. लोग बेघर हुए हैं और काफी संपत्ति का नुकसान हुआ है. इस विनाश से गुटेरेस काफी दुखी हैं.'