झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) से अलग होकर 12 साल पहले भाजपा में शामिल होने वाले अर्जुन मुंडा शिबू सोरेन की पार्टी के सहयोग से तीसरी बार खनिज प्रचुर राज्य झारखंड के मुख्यमंत्री बने हैं.
मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा के साथ-साथ आजसू नेता सुदेश महतो और जेएमएम के नेता हेमंत सोरेन ने भी शपथ लिया. वह इस राज्य के आठवें मुख्यमंत्री हैं. पूर्व के कटु अनुभवों के बावजूद सरकार बनाने के लिए जेएमएम का समर्थन लेने के लिए वह अपने समर्थकों के साथ भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व पर भारी पड़े.
सामाजिक विज्ञान में स्नातक 42 वर्षीय आदिवासी नेता जेएमएम में शामिल होने से पहले आल झारखंड स्टूडेंट्स यूनियन (आजसू) के साथ थे और वह इसके टिकट पर 1995 में खारसावां विधानसभा सीट पर विजयी रहे थे.