कड़ाके की ठंड के चलते उत्तर प्रदेश में बिजली की मांग में इजाफा हो गया है. उधर प्रदेश सरकार ने लोगों को आश्वस्त किया है कि विद्युत आपूर्ति में कमी नहीं होने दी जाएगी.
सर्दी बढ़ने के कारण बिजली की मांग 10,500 से 11,000 मेगावॉट तक पहुंच गई है और औसतन मांग 9,000 से 9,500 मेगावॉट के आसपास है जबकि राज्य के ताप एवं जल विद्युत गृह सहित सभी स्रोतों से बिजली की कुल उपलब्धता करीब 8,500 मेगावॉट है.
बिजली विभाग के अधिकारियों के मुताबिक शीतलहर चलने पर लोग ब्लोवर, गीजर और हीटर जैसे बिजली से चलने वाले उपकरणों का प्रयोग शुरू कर देते हैं. इस वजह से बिजली की मांग बढ़ जाती है.
उत्तर प्रदेश पॉवर कॉर्पोरेशन निगम लिमिटेड (यूपीपीसीएल) के अध्यक्ष नवनीत सहगल ने कहा कि प्रदेश सरकार उपभोक्ताओं को ज्यादा से ज्यादा बिजली उपलब्ध कराने के लिए हरसम्भव प्रयास कर रही है. बिजली की किल्लत होने जैसी स्थिति नहीं है.
उन्होंने कहा कि साल के अंत तक करीब 500 मेगावॉट बिजली का अतिरिक्त उत्पादन शुरू हो जाएगा, जिससे बिजली की उपलब्धता में और इजाफा हो जाएगा.