अभिव्यक्ति की आजादी को लेकर छिड़ी बहस में अब केंद्रीय मंत्री फारुख अब्दुल्ला भी कूद पड़े हैं. उन्होंने कहा कि इस आजादी की आड़ में 'कुछ भी' बोल देना सरासर गलत है.
साथ ही फारुख अब्दुल्ला ने कश्मीर पर अरुंधति राय की हालिया टिप्पणी को गलत करार दिया. सही वक्त पर स्पष्टीकरण देकर उन्होंने अपना दामन साफ-सुधरा दिखाने का प्रयास किया है. गौरतलब है कि मशहूर लेखिका अरुंधति राय ने कश्मीर विवाद को तूल देते हुए टिप्पणी की थी कि कश्मीर कभी भी भारत का अंग नहीं रहा. राजधानी दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम में वे हुर्रियत नेता सैयद अली शाह गिलानी के साथ एक ही मंच पर नजर आई थीं.
अरुंधति राय सफाई देते हुए अब यह कह रही हैं कि उन्होंने तो वही कहा, जो हजारों कश्मीरियों की राय है. बहरहाल, केंद्रीय सरकार अरुंधति राय और सैयद अली शाह गिलानी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने का मन बना चुकी है. देशवासियों को अब इस बात का इंतजार है कि अपने ही देश के खिलाफ खुलेआम जहर उगलने वाले और अलगाव के बीज बोने वाले लोगों के खिलाफ सरकार क्या कदम उठाती है.