इस वर्ष राष्ट्रीय राजधानी से हथियारों के अब तक 700 से अधिक लाइसेंस दिये गये हैं और इस सूची में रिवॉल्वर और पिस्तौल शीर्ष पर है.
दिल्ली पुलिस के आंकड़ों के अनुसार इस वर्ष 10 नवम्बर तक गैर-प्रतिबंधित बोर के हथियारों के 734 लाइसेंस दिये गये.
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि अन्य हथियारों के लिये इस वर्ष कोई लाइसेंस नहीं दिया गया है.
पिछले वर्ष गैर-प्रतिबंधित बोर के हथियारों के 798 लाइसेंस दिये गये थे जिनमें से 638 रिवॉल्वर या पिस्तौल के लिये दिये गये. वहीं, बीते साल राइफल या बंदूकों के लिये 159 लाइसेंस दिये गये. इनमें से एक लाइसेंस अन्य तरह के हथियार के लिये था.
अधिकारी ने यह भी कहा कि राजधानी में 11 नवंबर 1995 से 31 मार्च 2010 की अवधि के बीच के कुल 2,890 लाइसेंसों की क्षेत्र वैधता को बढ़ाकर अखिल भारतीय कर दिया गया है.
राज्य सरकारों को 28 मार्च 1990 से ये अधिकार दिये गये थे कि वे गैर-प्रतिबंधित बोर के हथियारों की क्षेत्र वैधता को विस्तार दे सकते हैं.