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10वें दिन भी कोयला घोटाले की भेंट चढ़ी संसद

कोयला ब्लॉक आवंटन और अन्य मुद्दों को लेकर विपक्ष के हंगामे के कारण संसद के दोनों सदनों की कार्यवाही मंगलवार को भी दिनभर के लिए स्थगित कर दी गई.

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कोयला ब्लॉक आवंटन और अन्य मुद्दों को लेकर विपक्ष के हंगामे के कारण संसद के दोनों सदनों की कार्यवाही मंगलवार को भी दिनभर के लिए स्थगित कर दी गई.

लोकसभा की बैठक शुरू होने के साथ ही भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कोयला ब्लॉक आवंटन में कथित घोटाले को लेकर प्रधानमंत्री मनमोहन के इस्तीफे की मांग करते हुए नारेबाजी शुरू कर दी. राज्यसभा में द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके) के सदस्य हाथ में तख्तियां लिए अध्यक्ष के आसन के पास पहुंच गए और श्रीलंकाई सैन्य अधिकारियों को भारत में प्रशिक्षण दिए जाने का विरोध करने लगे.

इसके बाद दोनों सदनों के पीठासीन अधिकारियों ने दोनों सदनों की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी. ज्ञात हो कि बीजेपी द्वारा की जा रही कोयला घोटाले पर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के इस्तीफे की मांग को लेकर संसद की कार्यवाही पिछले 10 दिनों से नहीं चल पा रही है.

दोपहर 12 बजे लोकसभा की बैठक पुन: शुरू होने पर विपक्ष का हंगामा जारी रहा. भाजपा के सदस्य अध्यक्ष के आसन के समक्ष आकर प्रधानमंत्री के इस्तीफे की मांग को लेकर नारेबाजी करने लगे. उधर कांग्रेस के भी कुछ सदस्य अगली पंक्तियों में खड़े होकर ‘प्रधानमंत्री जिंदाबाद’ के जवाबी नारे लगाने लगे.

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दूसरी तरफ, अन्नाद्रमुक के सदस्य अग्रिम पंक्ति में आकर श्रीलंका के राष्ट्रपति मंहिदा राजपक्षे की मध्य प्रदेश की प्रस्तावित यात्रा का विरोध करने लगे. उन्होंने अपने हाथों में अपनी मांग संबंधी प्लेकार्ड उठा रखे थे.

पीठासीन सभापति पी सी चाको ने हंगामे के बीच ही आवश्यक दस्तावेज सदन के पटल पर रखवाए. सदन ने शोरशराबे के बीच ही राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य और तंत्रिका विज्ञान संस्थान बैंगलोर को राष्ट्रीय महत्व की संस्था घोषित करने संबंधी विधेयक को बिना चर्चा के मंजूरी प्रदान कर दी. हंगामा थमता न देख चाको ने बैठक को कुछ ही मिनट बाद दिनभर के लिए स्थगित कर दिया.

उधर दोपहर 12 बजे जब राज्‍यसभा की कार्यवाही शुरू होने पर भी वही नजारा दिखा और भाजपा के सदस्यों ने प्रधानमंत्री के इस्तीफे की मांग करते हुए नारेबाजी शुरू कर दी. उपसभापति पी जे कुरियन ने हंगामे के बीच ही जरूरी दस्तावेज सदन के पटल पर रखवाए.

इस दौरान भाजपा के सदस्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते रहे और आसन के समीप आ गए. उधर कांग्रेस के कई सदस्य अपनी सीट पर भाजपा का विरोध करते देखे गए. कुरियन ने आसन के समीप आ गए सदस्यों से वापस सीट पर जाने की अपील की.

उन्होंने कहा कि सदस्यों के आसन के समीप आने से महत्वपूर्ण विधेयक पारित नहीं हो पा रहा है. लेकिन उनकी अपील का हंगामा कर रहे सदस्यों पर कोई असर नहीं हुआ और कुरियन ने बैठक दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी.

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