भारत और रूस अपने संबंधों में और प्रगाढ़ता लाने के उपायों पर चर्चा करेंगे जिसमें व्यापार और अर्थव्यवस्था के क्षेत्र में बातचीत प्रमुख रूप से शामिल है.
दिसंबर में मेदवेदेव की भारत यात्रा के बाद प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और रूसी राष्ट्रपति मेदवेदेव के बीच यह दूसरी बैठक होगी.
दोनों देश आईटी, फार्मा, विनिर्माण और फर्टिलाइजर जैसे क्षेत्रों में व्यापार बढ़ाने के लिए पहले ही पांच कार्य समूहों का गठन कर चुके हैं. इस संबंध में फार्मा क्षेत्र में इकाइयों की पहचान की गई है जिसके तहत स्थानीय जरूरतों को पूरा करने के लिए रूस में विनिर्माण इकाइयां लगाई जाएंगी.
दोनों नेताओं द्वारा रक्षा, अंतरिक्ष और उर्जा क्षेत्रों में भी सहयोग पर चर्चा किए जाने की संभावना है.