नौसेना 19 फरवरी को गोवा में औपचारिक तौर पर एडमिरल गोर्शकोव एयरक्राफ्ट कैरियर पर तैनाती के लिए रूस निर्मित 'मिग-29के' को अपने लड़ाकू विमान बेड़े में शामिल करेगी.
भारत ने रूस से 2004 में जिन 16 'मिग-29के' को खरीदा था, उनमें से पहले चार को गोवा में आईएनएस हंस नौसेना अड्डे पर चार दिसंबर को सौंप दिया गया. नौसेना प्रवक्ता ने कहा, ‘‘आईएनएस हंस पर 19 फरवरी को इन विमानों को औपचारिक तौर पर शामिल करने के लिए समारोह आयोजित किया जाएगा.’’ लड़ाकू विमान के कल-पुर्जों को गोवा लाया गया और आईएनएस हंस पर उन्हें जोड़कर तैयार किया गया.
उन्होंने कहा, ‘‘फिलहाल रूस के तकनीशियन और पायलट गोवा में हैं, जो विमान को जोड़कर तैयार कर रहे हैं और हमारे तकनीशियन एवं पायलटों को प्रशिक्षित कर रहे हैं.’’ आईएनएस गोर्शकोव की 2012 में आपूर्ति होने तक ये लड़ाकू विमान अस्थायी तौर पर आईएनएस हंस से ही संचालित होंगे.
मार्च 2004 में डेढ़ अरब डॉलर में 45 हजार टन के कीव श्रेणी के गोर्शकोव और 'मिग-29के' के लिए सौदा हुआ था, जिसमें 97 करोड़ 40 लाख डॉलर राशि युद्धक पोत के लिए और 52 करोड़ 60 लाख डॉलर राशि लड़ाकू विमानों के लिए थी.