रेल मंत्री ममता बनर्जी ने पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद के उस विवादास्पद आदेश को वापस ले लिया है जिसमें पूर्व रेल मंत्रियों को तीन सहयोगियों और एक एटेंडेंट के साथ रेलवे में वातानुकूलित श्रेणी में मुफ्त यात्रा की इजाजत दी गई थी.
रेल मंत्री ममता बनर्जी द्वारा लिये गये फैसले के मुताबिक कोई भी पूर्व रेल मंत्री सिर्फ दो एसी फर्स्ट क्लास का जीवन पर्यंत मानार्थ पास की सुविधा का लाभ उठा सकेंगें.
पूर्व रेल मंत्री को अपने लिए और अपने एक सहयोगी के लिए वातानुकूलित प्रथम श्रेणी के मानार्थ पास की सुविधा थी. लालू ने रेल मंत्री पद से जाते जाते इसे बढाकर कुल पांच कर दिया था. इसका मतलब था कि पूर्व रेल मंत्री के अलावा तीन सहयोगी उनके साथ एसी फर्स्ट में यात्रा कर सकते थे और एक एटेंडेंट एसी सेकंड में यात्रा कर सकता था.
19 मई 2009 के लालू प्रसाद के इस फैसले पर पूर्व रेल मंत्री राम नायक ने आपत्ति उठाई थी. उन्होंने रेल मंत्री ममता बनर्जी को पत्र लिख कर इसे फैसले को गलत और अनुचित करार दिया था. बाद में ममता ने कहा था कि वह नाइक की बात से सहमत है.