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लंदन: कई अन्‍य इलाकों में फैली दंगे की आग

पुलिस की गोलीबारी में एक युवक की मौत के बाद लंदन में भड़के दंगो की आग दूसरे दिन कुछ और इलाकों में फैल गई. ओलंपिक स्टेडियम से कुछ किलोमीटर की दूरी पर लूटपाट और आगजनी की घटनाएं हुईं. पुलिस ने लगभग 160 लोगों को गिरफ्तार किया है.

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लंदन में दंगा
लंदन में दंगा

पुलिस की गोलीबारी में एक युवक की मौत के बाद लंदन में भड़के दंगो की आग दूसरे दिन कुछ और इलाकों में फैल गई. ओलंपिक स्टेडियम से कुछ किलोमीटर की दूरी पर लूटपाट और आगजनी की घटनाएं हुईं. पुलिस ने लगभग 160 लोगों को गिरफ्तार किया है.

नकाबपोश युवकों ने दुकानों में लूटपाट की और पुलिस अधिकारियों पर हमला किया. कई वाहनों को भी आग के हवाले कर दिया गया. दंगे की वजह से अगले वर्ष के ओलंपिक खेलों के लिए बनाए गए स्टेडियम की सुरक्षा को भी खतरा पैदा हो गया है. दंगों की जद में टोटेनहाम इलाका है.

लंदन पुलिस ने घटना की व्यापक जांच शुरू कर दी है. दंगे के कारण गृह मंत्री टेरेसा मे गर्मी की छुट्टियां बीच में ही छोड़कर वापस लौट आई हैं. उन्होंने चेतावनी दी है कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. टोटेनहाम में 29 साल के युवक मार्क दुग्गन की पुलिस की गोलीबारी में मौत के बाद शनिवार रात दंगा भड़क गया था.

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लेबर पार्टी के वरिष्ठ नेता और लंदन के पूर्व मेयर केन लिविंगस्टोन का मानना है कि डेविड कैमरन सरकार द्वारा सार्वजनिक खर्च में गहरी कटौतियां दंगे और लूटपाट की एक वजह है जो टोटेनहाम में शुरू हुए और राजधानी के अन्य इलाकों में फैल गए. उन्होंने कहा कि गठबंधन सरकार के मितव्ययिता अभियान से ‘सामाजिक विभाजन’ पैदा हुआ जिसके कारण पुलिस को समुदायों के साथ संघर्ष को मजबूर होना पड़ा.

उनके नजरिये जैसा ही बयान मेट्रोपॉलिटन पुलिस प्राधिकरण की एक सदस्य जेनी जॉन्स ने दिया. उन्होंने दंगे को कटौती का पुलिस अधिकारियों के आत्म विश्वास पर पड़ा असर बताया.

उधर, पुलिस ने कहा है कि लंदन में दंगे फैलाने में ब्लैकबेरी जैसी मोबाइल प्रौद्योगिकी और ट्विटर एवं फेसबुक जैसी नेटवर्किंग वेबसाइटों ने अहम भूमिका निभाई है.

दो दिन पहले टोटेनहाम से शुरू हुआ दंगा वाल्थमस्टोव, ऑक्सफोर्ड सर्कस, इसलिंग्टन और इनफील्ड जैसे इलाकों में फैल गया है. इस दंगे को पहले ही ‘ब्रिटेन की 21 वीं सदी का दंगा’ करार दिया जा चुका है.

दरअसल, जो लोग पुलिस और दुकानों को निशाना बना रहे हैं वे आधुनिकतम मोबाइल प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल कर रहे हैं. मार्क दुग्गन की हत्या से शुरू हुए इस दंगे में फेसबुक भी भूमिका निभा रहा है. बाद में यह दंगा हिंसक हो गया तथा भवनों, कारों एवं बसों में आग लगा दी गयी. इनसे संबंधित तस्वीरें ट्विटर पर डाल दी गयी.

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