पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के अध्यक्ष इमरान खान ने आरोप लगाया कि देश के राजनीतिक मामलों में खुफिया एजेंसी इंटर सर्विसेज इंटेलीजेंस (आईएसआई) का हस्तक्षेप बढ़ता जा रहा है और सभी महत्वपूर्ण निर्णय वही ले रही है.
उन्होंने इसके लिए सरकार जिम्मेदार को जिम्मेदार ठहराया और कहा कि उसके पास उसे रोकने के लिए नैतिक साहस नहीं है. अपनी पार्टी की केंद्रीय समिति की बैठक में इमरान ने कहा, 'सरकार के पास नैतिक साहस नहीं है, जिसके कारण आईएसआई को देश के विभिन्न मामलों में महत्वपूर्ण निर्णय लेने का मौका मिल रहा है.'
समाचार पत्र 'डेली टाइम्स' के मुताबिक, रविवार को हुई बैठक में इमरान ने कहा कि राजनेताओं के भ्रष्ट आचरण के कारण ही राजनीतिक मामलों में आईएसआई का हस्तक्षेप बढ़ता जा रहा है. उन्होंने कहा कि यदि वह सत्ता में आते हैं और उनकी सरकार के दिशा-निर्देशों का अनुपालन नहीं होता है तो वह सत्ता में बने रहने के बजाय इस्तीफा दे देंगे.