बहु ब्रांड खुदरा कारोबार में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) की अनुमति के मुद्दे पर कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने कहा कि कांग्रेस के 'युवराज' द्वारा एफडीआई को मुद्दा स्वीकार न करना उनकी अपरिपक्व राजनीतिक सोच का प्रतीक है.
बसपा के एक प्रवक्ता ने शुक्रवार शाम एक बयान जारी कर दिल्ली में कांग्रेस चुनाव समिति की बैठक में राहुल गांधी के बयान 'उत्तर प्रदेश में एफडीआई कोई मुद्दा नहीं है' पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि एफडीआई को लेकर पूरे देश में आक्रोश है.
इसके विरोध में गुरुवार को देशव्यापी बंद के बावजूद कांग्रेस के युवराज की इस तरह की बेतुकी बयानबाजी को देश की जनता अच्छी तरह समझ रही है.
उन्होंने कहा, "इस मुद्दे की गम्भीरता का इसी बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि इस कारण कई दिनों से लोकसभा तथा राज्यसभा की कार्यवाही बाधित है. ऐसे में राहुल द्वारा एफआईडी को मुद्दा स्वीकार न करना उनकी अपरिपक्व राजनीतिक सोच का प्रतीक है."
प्रवक्ता ने कहा कि उत्तर प्रदेश व पूरे देश में एफडीआई को लेकर फैले जनाक्रोश से ध्यान हटाने के लिए कांग्रेस के नेता अनर्गल बयानबाजी कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि एफडीआई उत्तर प्रदेश का ही नहीं, बल्कि पूरे देश का मुद्दा है. ऐसा लग रहा है कि आम जनता की समस्याओं के प्रति असंवेदनशील कांग्रेस के नेताओं को देश की जनता की यह आवाज सुनाई नहीं दे रही है.
प्रवक्ता ने कहा कि खुदरा व्यापार देश की अर्थव्यवस्था का महत्वपूर्ण हिस्सा है. एफडीआई का प्रभाव देश के लाखों कारोबारियों, दुकानदारों, किसानों, मजदूरों तथा गरीब और आम जनता पर पड़ेगा. कांग्रेस के नेता एफडीआई को देश में लाकर जान-बूझ्झकर करोड़ों खुदरा व्यापारियों को बर्बादी की राह पर ढकलेना चाह रहे हैं.