असम से लगे नागालैंड के दीमापुर जिले में एक खड्ड से नौ शव मिले हैं. इन शवों में आंखों पर पट्टी बंधी है, हाथ पीछे बंधे हुए हैं और बेहद करीब से इनके सिर पर गोली मारी गई है.
इस घटना के बाद नागालैंड पुलिस ने एडवाइजरी जारी की है. कहा है कि कार्बी आंगलांग जाते समय सावधान रहें. कार्बी आंगलांग और बुकाजान में कर्फ्यू के बाद नागालैंड के सीएम ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं. उन्होंने जांच के लिए एसआईटी गठन के आदेश भी दिए हैं.
दीमापुर के पुलिस अधीक्षक वी जेड अंगामी ने बताया कि पुलिस को बीती रात चुकुकेडिमा के समीप एक के ऊपर एक रखे शव मिले. शवों को पॉलीथीन से ढक दिया गया था और उसके ऊपर कुछ बड़े पत्थर रखे थे.
क्षत-विक्षत अवस्था में मिले इन शवों में से एक की पहचान असम में बोकाजन से लापता करबी छात्र नेता के तौर पर हुई है. 8 अन्य शवों की पहचान की जानी है.
बोकाजन असम में करबी आंगलोंग जिले का एक शहर है और अंतरराज्यीय सीमा के करीब है. आशंका जताई जा रही है कि इन नौ लोगों को एक सप्ताह पहले मारा गया क्योंकि शव इतने सड़ चुके हैं कि पहचान नहीं आ रहे हैं.
समीप से गुजर रहे कुछ मजदूरों ने दुर्गंध आने पर पास जाकर देखा तो ढेर में से उन्हें एक पैर नजर आया. इसके बाद उन्होंने पुलिस को सूचित किया. अंगामी ने इस आशंका को खारिज नहीं किया कि हत्या कहीं और करने के बाद शवों को यहां लाया गया होगा.
दीमापुर के एसडीपीओ रेलो ने बताया कि एक शव की पहचान करबी छात्र संघ की बोकाजन शाखा के सचिव हरलोंगबी इंगती के तौर पर हुई है. शव मिलने की सूचना पा कर दीमापुर से आए इंगती के भाई ने उसकी पहचान की.
रेलो के मुताबिक, इंगती के परिजनों ने बोकाजन पुलिस थाने में एक जनवरी को उसके लापता होने की रिपोर्ट दर्ज कराई थी. वह 28 दिसंबर से घर नहीं लौटा था.