देहरादून की इंडियन मिलिट्री अकेडमी (IMA) में शनिवार को पासिंग आउट परेड का आयोजन किया गया, जिसके बाद 382 युवा अफसर भारतीय सेना का हिस्सा बन गए. कुल 459 जेंटलमैन कैडेट पासिंग आउट परेड का हिस्सा बने, जिसमें से 382 युवा सैन्य अधिकारी भारतीय सेना में शामिल हुए. नौ मित्र देशों अफगानिस्तान, भूटान, मालदीव, फिजी, मॉरिशस, पपुआ न्यू गिनी, टोंगा, लेसोथो और तजाकिस्तान के 77 अधिकारी अपनी-अपनी सेना का हिस्सा बने. आईएमए के ऐतिहासिक चेटवुड भवन के सामने ड्रिल स्क्वायर पर सुबह 6.30 बजे से परेड का आयोजन किया गया.
इसके बाद सोमनाथ स्टेडियम में पीपिंग सेरेमनी का आयोजन किया गया. पासिंग आउट परेड के मद्देनजर IMA के आसपास सुरक्षा के चाक-चौबंद इंतजाम किए गए थे. चप्पे-चप्पे पर सेना के सशस्त्र जवान सुरक्षा की जिम्मेदारी संभाले थे. वही आईएमए परिसर के बाहरी क्षेत्र में सुरक्षा का जिम्मा दून पुलिस के पास था. पासिंग आउट परेड के दौरान सुबह 5 बजे से दोपहर 11 बजे तक पंडितवाड़ी से लेकर प्रेमनगर तक जीरो जोन रखा गया. राष्ट्रीय राजमार्ग-72 से गुजरने वाले ट्रैफिक को भी दोपहर तक पूरी तरह डायवर्ट किया गया.
#WATCH Uttarakhand: Cadets at the Indian Military Academy (IMA) in Dehradun celebrate after their passing out parade. 382 officers are joining the Indian Army today. 459 officers took part in the parade, including 77 foreign cadets from friendly nations. pic.twitter.com/0nkI1ypTun
— ANI (@ANI) June 8, 2019
किस राज्य से कितने कैडेट्स
इस बार उत्तर प्रदेश से सबसे ज्यादा 72 कैडेट्स पास आउट हुए. वहीं बिहार से 46, हरियाणा से 40, उत्तराखंड से 33, पंजाब से 33, महाराष्ट्र से 28, राजस्थान से 22, हिमाचल प्रदेश से 21 और दिल्ली से 14 कैडेट्स बतौर सैन्य अधिकारी शामिल हुए. इस बार देश 6 राज्यों से एक भी कैडेट सेना में शामिल नहीं हो पाया. IMA का स्वर्णिम इतिहास रहा है. अब तक भारतीय सेना को IMA ने 61303 सैन्य अधिकारी दिए हैं. जबकि 2265 विदेशी कैडेट्स यहां से पास आउट हुए हैं. पिछले 87 साल से IMA भारतीय सेना को काबिल अफसर दे रहा है. अभी तक 33 मित्र राष्ट्रों के अफसर भी IMA से पास आउट हुए हैं. वही अनेक कैडेट्स को विभिन्न मेडल्स से नवाजा गया है.
नए अफसरों ने ऐसे जताई खुशी
पास आउट होने वाले कैडेट्स ने परेड के बाद ऐसी खुशी दिखाई, मानो कोई जंग जीत ली हो. उनके परिवार के लोग भी पासिंग आउट परेड का हिस्सा बने. वे अपने बच्चों को सेना का अधिकारी बनते देख काफी गर्व महसूस कर रहे थे. नए अफसरों ने पासिंग आउट परेड के बाद अपने दोस्तों के साथ काफी मस्ती कर खुशी का इजहार किया. सबने एक-दूसरे को गले लगकर बधाई दी.