राज्य के विभाजन के मुद्दे पर एक ओर जहां आंध्र प्रदेश उबल रहा है वहीं प्रदर्शनकारियों ने अपने प्रदर्शन के दौरान के राज्य के तीनों क्षेत्रों में तकरीबन 250 करोड़ रुपये की निजी और सार्वजनिक संपत्ति को क्षतिग्रस्त कर दिया है. सरकारी सूत्रों ने इसकी जानकारी दी.
उन्होंने कहा कि तेलंगाना मुद्दे पर राज्य में लगातार बंद के कारण व्यापार में यह क्षति हुई है. यह आंकड़ा कुछ सौ करोड़ रुपये तक होगा. सूत्रों ने यह भी कहा कि कुल क्षति का 80 फीसदी तेलंगाना क्षेत्र में हुआ जहां लोगों ने अलग राज्य के गठन की मांग को लेकर प्रदर्शन किया. उनका यह प्रदर्शन ‘हिंसक’ हो गया. उन्होंने यह भी कहा कि तेलंगाना क्षेत्र में 29 नवंबर से नौ दिसंबर के बीच हिंसा में सार्वजनिक क्षेत्र के 52 तथा निजी क्षेत्र की बहुत सी संपत्तियों में आग लगा दी गयी जबकि 62 सार्वजनिक तथा 114 निजी क्षेत्र की संपत्तियों को क्षतिग्रस्त कर दिया.
इसी दौरान टीआरएस प्रमुख के चंद्रशेखर राव ने अलग तेलंगाना राज्य के गठन के लिए अनिश्चितकालीन उपवास शुरू कर दिया था. पुलिस से मिले आंकड़ों में कहा गया है कि दस से 23 दिसंबर के बीच संयुक्त राज्य के समर्थकों ने 37 सार्वजनिक और 11 निजी संपत्तियों को आग लगा दी. इसके अलावा उन्होंने 46 सरकारी और 47 निजी संपत्तियों को आग लगा दी.
सूत्रों ने बताया कि तेलंगाना के विरोध में आंध्र प्रदेश सड़क परिवहन निगम की 35 बसों को आग लगा दी गयी जबकि 214 अन्य बसों को आग लगा दी गयी. 50 निजी बसों को क्षतिग्रस्त कर दिया और सात को आग के हवाले कर दिया गया. केंद्र की 23 दिसंबर को अलग राज्य के बारे में की गयी घोषणाओं के बाद तेलंगाना समर्थक समूह तोड़ फोड़ पर उतारू हो गए और उसी दिन राजधानी में तकरीबन 268 बसों को क्षतिग्रस्त कर दिया.