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राजस्थान में थानों के अंदर मंदिर हुए बैन, मंदिरों में चल रहे थाने-चौकी बेचैन!

राजस्थान सरकार ने हाल ही में फरमान जारी करते हुए आदेश दिया था कि किसी भी पुलिस थाने के अंदर मंदिर का निर्माण नहीं किया जाएगा और न ही मंदिर बनाकर पूजा की जा सकेगी. लेकिन भरतपुर जिले में एक पुलिस चौकी है जो खुद मंदिर परिसर में ही है और 15 सालों से मंदिर की जमीन पर ही चल रही है.

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राजस्थान में 30 से ज्यादा थाने-चौकी तो मंदिरों के अंदर
राजस्थान में 30 से ज्यादा थाने-चौकी तो मंदिरों के अंदर
स्टोरी हाइलाइट्स
  • सरकार ने थानों में मंदिर निर्माण पर रोक लगाई
  • कई थाने-चौकियां मंदिर परिसर में हैं

राजस्थान की कांग्रेस सरकार ने हाल ही में फरमान जारी करते हुए आदेश दिया था कि किसी भी पुलिस थाने के अंदर मंदिर का निर्माण नहीं किया जाएगा और न ही मंदिर बनाकर पूजा की जा सकेगी. लेकिन भरतपुर जिले में एक पुलिस चौकी है जो खुद मंदिर परिसर में ही है और मंदिर की जमीन पर ही चल रही है. इस चौकी में तैनात पुलिसकर्मी मंदिर में पूजा अर्चना करते हैं.

मंदिर परिसर में चल रहे हैं कई थाना और चौकियां 

एक तरफ राज्य सरकार का आदेश है कि किसी भी पुलिस थाना या चौकी के अंदर मंदिर का निर्माण नहीं होगा. वहीं प्रदेश में कई ऐसी पुलिस चौकियां और थाने हैं जो मंदिर की जमीन से ही संचालित हो रहे हैं. ऐसा ही एक मामला भरतपुर जिले के रूपवास थाना इलाके की गहदोली मोड़ चौकी का है. जो मंदिर परिसर में पिछले 15 सालों से चल रही है. खास बात यह कि पुलिस इसका कोई किराया भी नहीं देती है. 

पुलिस इसका कोई किराया भी नहीं देती है 

गहदोली मोड़ पुलिस चौकी इंचार्ज पृथ्वीराज ने बताया कि इस मंदिर को ग्रामीणों ने जन-सहयोग से बनवाया था जिसकी पूजा अर्चना पुलिस का स्टाफ ही करता है और यहां पर कोई महंत भी नहीं रहता है.  ऐसे में सवाल उठता है कि एक तरफ अशोक गहलोत की सरकार पुलिस थाना और चौकियों से मंदिरों के निर्माण पर रोक लगा रही है,  वहीं कई पुलिस चौकियां मंदिर परिसर के अंदर ही संचालित हैं उनका क्या होगा. 

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मंदिर परिसर में 15 सालों से चल रही है चौकी 

स्थानीय लोगों का कहना है कि यह जमीन धर्मशाला और मंदिर के लिए दान दी गई थी.  जिससे यहां से गुजरने वाले लोग आराम कर सकें. करीब 15 सालों से यहां परिसर में पुलिस चौकी चल रही है. 

 

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