बीजेपी की सहयोगी पार्टी शिरोमणि अकाली दल ने पाकिस्तान से ड्रग्स की तस्करी रोकने के हेतु बीएसएफ पर दबाव बनाने के लिए पांच जनवरी से अंतरराष्ट्रीय सीमा पर धरना देने की घोषणा की है. इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि अकाली सारा दोष केंद्र पर मढ़ने का प्रयास कर रहे हैं.
अटारी इंटरनेशनल बॉर्डर, फाजिल्का में सदकी चेक पोस्ट, हुसैनीवाला इंटरनेशनल बॉर्डर और गुरदासपुर इंटरनेशनल बॉर्डर पर चार धरने दिए जाएंगे. इसके बाद भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह 12 जनवरी से अमृतसर में ड्रग्स के खिलाफ अभियान शुरू करेंगे.
पंजाब के उपमुख्यमंत्री और पार्टी अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने रविवार को कहा कि धरना के माध्यम से सीमा सुरक्षा बल पर दबाव बनाया जाएगा ताकि पाकिस्तान से पंजाब की सीमा में तस्करी कर लाए जा रहे ड्रग्स को रोका जा सके.’
ऐसे में जब बीजेपी और अकाली दल ड्रग्स के मुद्दे पर धरना दे रहे हैं, कांग्रेस ने दोनों पार्टिंयों पर चुटकी ली और पार्टी सांसद अमरिंदर सिंह ने कहा, ‘सत्ता में अधिकार संपन्न लोग धरना देते हुए अच्छे नहीं लगते और अगर वे काम नहीं कर सकते तो सत्ता छोड़ देनी चाहिए.’
ड्रग्स के मामले पर अकाली के प्रस्तावित धरने का हवाला देते हुए अमरिंदर सिंह ने सवाल किया, ‘वे किसे बेवकूफ बनाना चाहते हैं, क्योंकि वे लोग भी केन्द्र सरकार का हिस्सा हैं और बीएसएफ उसी के तहत आती है.’ अमरिन्दर सिंह ने कहा कि 12 जनवरी को होने वाली बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की मादक पदार्थ विरोधी रैली को देखते हुए इन धरनों का आयोजन किया जा रहा है.
भाषा से इनपुट