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पंजाब: 10वीं और 12वीं के छात्रों को पास होने का मिला एक और मौका!

पंजाब में पहले बारहवीं औरअब दसवीं कक्षा के खराब रिजल्ट के बाद पंजाब के मुख्यमंत्री ने पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड के चेयरमैन से इस्तीफा मांग लिया है.

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10वीं और 12वीं के विधार्थीयों को फिर मिला पास होने का मौका
10वीं और 12वीं के विधार्थीयों को फिर मिला पास होने का मौका

पंजाब में पहले बारहवीं औरअब दसवीं कक्षा के खराब रिजल्ट के बाद पंजाब के मुख्यमंत्री ने पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड के चेयरमैन से इस्तीफा मांग लिया है. हालांकि अब की बार इतनी बड़ी तादात में स्टूडेंट्स के फेल होने के पीछे की वजह दरअसल ग्रेस मार्क्स का ना दिया जाना माना जा रहा है, लेकिन इतनी बड़ी तादात में स्टूडेंट्स के फेल होने पर सरकार जहां चिंता में नजर आ रही है. तो वहीं ग्रेस मार्क्स की तर्ज पर अब इन विद्यार्थियों को एक स्पेशल एग्जाम के तहत एक और मौका दिया जाएगा, ताकि इस परिणाम प्रतिशतता को बदला जा सके.

पंजाब में इस वर्ष दसवीं परीक्षा का ओवर ऑल परिणाम 57.50 प्रतिशत रहा
पंजाब में अगर दसवीं क्लास के रिजल्ट पर गौर करें तो इस वर्ष कुल 3 लाख 30 हजार 437 विद्यार्थियों ने परीक्षा में भाग लिया था. जिनमें से 1 लाख 90 हजार 001 विद्यार्थी ही पास हुए हैं. जबकी इस वर्ष 45 हजार 734 विद्यार्थी फेल चुकें है, जबकि 94 हजार 271 विद्यार्थियों की विभिन्न विषयों में कंपार्टमेंट आई है. जिसमें 93100 सिर्फ गणित में फेल हुए है और 70436 इंग्लिश में , तो वहीं 12वीं में भी 77000 स्टूडेंट इंग्लिश में फेल हुए हैं. पंजाब में इस वर्ष दसवीं परीक्षा का ओवर ऑल परिणाम 57.50 प्रतिशत रहा है. पंजाब के शिक्षा मंत्री का मानना है कि ग्रेस मार्क्स ना दिया जाना भी कहीं ना कहीं इस परिणाम की वजह है. लिहाजा 10वीं और12वीं के इन फेल स्टूडेंट्स को वह एक चांस और दे रही है. जिस की तारीख भी तय कर ली गई है साथ ही शिक्षा के सुधार के लिए एक नई नीति पर सरकार विचार भी कर रही है.

पंजाब के शिक्षा मंत्री अरुणा चौधरी भी इस परिणाम से परेशान हैं
पंजाब में इतनी तादाद में फेल हुए स्टूडेंट्स और उनके अभिभावक इस रिजल्ट से खासे परेशान नजर आ रहे हैं, लेकिन इन अभिभावकों की परेशानी हाल ही में सीबीएसई के रिजल्ट और हाई कोर्ट की यह टिप्पणी की ,छात्रों को अब ग्रेस मार्क्स दिए जाएं जिससे अब पंजाब के स्टूडेंट्स को भी परेशानी में डाल दिया है हालांकि राहत की बात यह है कि इन विद्यार्थियों को अब एक स्पेशल एग्जाम के तहत एक अवसर और दिया जाएगा. दरअसल पिछली सरकार में भी पंजाब स्कूल बोर्ड का रिजल्ट अच्छा खासा खराब रहा था उस समय में इस खबर ने बहुत भारी तादात में सबको परेशान कर दिया था हालांकि राज की बात यह है कि अब इन विद्यार्थियों को एक स्पेशल एग्जाम के तहत एक अवसर और दिया जाएगा. पंजाब के पूर्व शिक्षा मंत्री दलजीत चीमा के कार्यकाल में भी यही समस्या थी

दरअसल पिछली सरकार में भी पंजाब स्कूल बोर्ड का रिजल्ट खासा खराब रहा था लेकिन उस समय में बड़ी भारी तादात में ग्रेस नंबरों से इंन स्टूडेंट्स को पास कर दिया गया था और उस समय की सरकार को भी बड़ी आलोचना का सामना करना पड़ा था यही वजह है कि उस समय के शिक्षा मंत्री मौजूदा सरकार पर निशाना साधते हुए सरकार को सहयोग करने की बात कर रहे है, और इस मुद्दे पर राजनीति न करने की भी सलाह दे रहे हैं.

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